विरोध प्रदर्शनों के बीच पाकिस्तान के पीएम जयपुर पहुंच गये हैं। जयपुर में एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए भारत का कोई मंत्री तो नहीं था लेकिन होटल रामबाग पैलेस में पाक पीएम का स्वागत हाथी, ऊंट और ढोल नगाड़ों के साथ हुआ। इसी होटल में भारत के विदेश मंत्री पाकिस्तानी पीएम को लंच दे रहे हैं।
पाकिस्तानी पीएम के अजमेर दौरे का देश भर में विरोध हो रहा है। अजमेर के व्यापारी भी विरोध में उतर आए हैं। अजमेर दरगाह के दीवान ने कहा है कि वो शहीदों के सम्मान में पाकिस्तानी पीएम के जियारत में शामिल नहीं होंगे। शहीद हेमराज और शहीद सुधाकर के घरवाले भी उनके स्वागत का विरोध कर रहे हैं। भोपाल में बजरंग दल ने भी विरोध प्रदर्शन किया है। जनरल बिक्रम सिंह ने पाक पीएम के दौरे को राजनीतिक फैसला कहा है।
मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी महली का कहना है कि किसी को जियारत करने से तो नहीं रोका जा सकता लेकिन भारत सरकार को इस मौके पर पाकिस्तान को सख्त संदेश देना चाहिए। योग गुरु बाबा रामदेव ने कड़े शब्दों में किया है पाक पीएम की जियारत का विरोध। उन्होंने इसके लिए सरकार को दोषी ठहराया है।
पाकिस्तान के पीएम के भारत दौरे और सरकार की तरफ से उनके स्वागत का बीजेपी से लेकर समाजवादी पार्टी तक विरोध हो रहा है। हालांकि कांग्रेस नेता कह रहे हैं ये राजा परवेज अशरफ की निजी यात्रा है और इसका विरोध ठीक नहीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने कहा कि पाक पीएम की निजी यात्रा का विरोध करना उचित नहीं है। पाकिस्तानी पीएम की अगवानी के लिए दिल्ली से जयपुर रवाना होने के पहले विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि लोग विरोध क्यों कर रहे हैं ये उन्हीं से पूछिए। कल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में कहा था कि जब तक पाकिस्तान आतंकी गतिविधियों पर लगाम नहीं लगाता तब तक दोनों देशों के संबंध सामान्य नहीं हो सकते।
शहीद हेमराज के परिवार का कहना है कि पाकिस्तानी पीएम को सम्मान देने की जरूरत नहीं है। हेमराज की मां ने मांगा है अपने बेटे का सिर तो एमपी के रीवा जिले के शहीद सुधाकर सिंह के परिवार ने भी किया है पाकिस्तानी पीएम की यात्रा का विरोध। हेमराज और सुधाकर सिंह की आज से 61 दिन पहले आठ जनवरी को पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सैनिकों ने हत्या कर दी थी।