FARRUKHABAD : समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर कुन्डा के सीओ की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगते ही उनकी गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक व सामाजिक संगठन उग्र हो गये हैं। जिसके चलते जनपद में भी राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर विरोध कुलांचे मारने लगा है। अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ ने फतेहगढ़ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंक दिया और विरोध जताया।
[bannergarden id=”8″]
प्रदेश सरकार पर आरोप और प्रत्यारोपों का दौर जारी है। आरोप लगें भी क्यों न, सूबे में सपा की सरकार है और उन्हीं के मंत्री पर सीओ की हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज होने के बाद अखिलेश सरकार ने मंत्री से राजा भैया को पूर्व मंत्री जरूर बना दिया है लेकिन गिरफ्तारी को लेकर हीला हवाली चल रही है। जिसको लेकर सामाजिक व राजनीतिक संगठन विरोध पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ ने फतेहगढ़ चौराहे पर आक्रोष व्यक्त करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंक दिया।
मुस्लिम महासंघ के अध्यक्ष साबिर हुसैन ने प्रदेश सरकार पर आरोपों की एक लम्बी झड़ी लगायी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार चाहती तो अभी तक राजा भैया जेल की सलाखों में होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर अगर पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया जेल में न पहुंचे तो मुस्लिम महासंघ बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होगा। संगठन के नगर महामंत्री यूसुफ अंसारी ने कहा कि अगर राजा भैया की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आने वाले लोकसभा चुनाव में अल्पसंख्यक मतदाता एक मंच पर आकर उसका जबाव देंगे।
इस दौरान कहा गया कि सोता बहादुरपुर में किसान रियासुद्दीन की हत्या में पीड़ित परिवार को प्रदेश सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाना चाहिए। इस दौरान शिराज खान, परवेज खान, नौशाद खान, रिजवान ताज, शाबिर हुसैन, अफजल हुसैन, इलमास अली, फराज हुसैन आदि मौजूद रहे।