FARRUKHABAD : शहर कोतवाली क्षेत्र की चौकी घटियाघाट के ग्राम सोता बहादुरपुर पुरानी घटिया निवासी 55 वर्षीय वृद्व याशुद्दीन पुत्र इमामी की लाठी डन्डों से पीट पीट कर हत्या कर दी। वृद्व गंगा की कटरी में अपनी कद्दू की फसल की रखवाली कर रहा था। हत्या में शराब भट्टी चलाने वाले कारोबारियों का हाथ बताया जा रहा है।
याशुद्दीन के दामाद शाहुल अली के अनुसार वह व उसके ससुर याशुद्दीन शुक्रवार की शाम को कद्दू की फसल की रखवाली के लिए जसूपुर के निकट गंगा कटरी में पड़ी झोपड़ी में पहुंच गये। ससुर याशुद्दीन एक झोपड़ी में लेट गये व वह उससे लगभग 300 मीटर दूर दूसरी झोपड़ी में लेट गया। रात लगभग साढ़े 11 बजे आधा दर्जन बदमाश आये। जिन्होंने यासुद्दीन के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी और घसीट कर ले जाने लगे। यह देख उसकी चिल्लाने की हिम्मत नहीं पड़ी और वह वहां से भाग खड़ा हुआ।
बदमाशों ने याशुद्दीन को लाठी डन्डों से पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया। काफी देर बाद जब उसने वापस आकर देखा तो वह लहूलुहान मृत अवस्था में मिले। उसके पास मोबाइल इत्यादि न होने से वह वहीं पर बना रहा। सुबह होने पर उसने गांव आकर सूचना दी। सूचना पुलिस को दी गयी। जिसके बाद थाना राजेपुर पुलिस के अलावा फतेहगढ़ व फर्रुखाबाद थानों की भी पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस पूछताछ में शाहुल अली ने बताया कि उसने मारपीट करने वाले जीतू, नन्हकू, टिंकू, रग्घू, महेश पांच लोगों को पहचान लिया है। जोकि नौगवां निवासी हैं व गंगा तट पर शराब भट्टी चलाकर अवैध शराब का कारोबार करते हैं। राजेपुर पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्रामीणों के अनुसार 12 वर्ष पूर्व सोताबहादुर पुर निवासी चंदू की भी शराब के विवाद में हत्या की गयी थी। ग्रामीणों के अनुसार बाबू, नबाव अली, सैय्यद अली, शादाव की भी याशुद्दीन के पास में ही रेती है। लेकिन यह लोग रखवाली नहीं कर रहे थे।
पुत्र के पेट का कराना था आपरेशन
याशुद्दीन के 8 वर्षीय पुत्र आशिक अली के पेट में बीते दिनों सिक्का चला गया था। जोकि अभी तक निकला नहीं है। जिससे उसे आये दिन दर्द इत्यादि की परेशानी होती थी। जिससे याशुद्दीन ने अपने पुत्र आशिक अली के पेट का आपरेशन कराने के लिए डाक्टर को दिखाया था। परिजनों के अनुसार आशिक अली के पेट का आपरेशन शनिवार को कराया जाना था।