फर्रुखाबाद: जनपद में तहसील दिवसों व जनता दिवसों का बद से बदतर हाल होता जा रहा है। जनता का विश्वास अब तहसील दिवसों से उठता दिखायी दे रहा है। वैसे भी जिलाधिकारी की मौजूदगी वाले तहसील दिवसों में ही जनता अपनी शिकायतों को लेकर उमड़ती है। मंगलवार को हुए सदर व अमृतपुर तहसील दिवसों में आये प्रार्थनापत्रों में एक का भी निस्तारण नहीं हो सका। फरियादी न्याय की आस लिए अपने घरों को वापस लौट गये।
सदर फर्रुखाबाद तहसील में एडीएम कमलेश कुमार की अध्यक्षता में हुए तहसील दिवस में सुबह ही फरियादियों की भीड़ उमड़ पड़ी लेकिन कर्मचारियों द्वारा सभी फरियादियों की शिकायतें दर्ज न करके पूरे दिन में मात्र 47 शिकायतों को ही दर्ज किया गया। जिनमें भी किसी भी शिकायत का कोई निस्तारण नहीं हो सका। न्याय लेकर आयी जनता मायूस होकर अपने घरों को अगले तहसील दिवस आने के इंतजार में वापस लौट गयी।
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वहीं अमृतपुर तहसील में मुख्य विकास अधिकारी ईश्वरीय प्रसाद पाण्डेय की अध्यक्षता में हुए तहसील दिवस में कुल 32 प्रार्थनापत्र आये। 32 प्रार्थनापत्रों में एक भी प्रार्थनापत्र का मौके पर निस्तारण नहीं किया जा सका। सभी प्रार्थनापत्रों को सम्बंधित विभागों को अग्रसारित कर दिया गया।
अब देखने वाली बात है कि सरकार द्वारा जनता की सुविधा के लिए समस्याओं के त्वरित निस्तरण के लिए चलाये जा रहे तहसील दिवसों में जनता को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि तहसील दिवसों व जनता दिवसों से लोगों का भरोसा उठ चुका है।