खाकी को ५० टिकाओ, काम कराओ

Uncategorized

फर्रुखाबाद|30july: जिले के थानों में बिना रिश्वत लिए छोटा सा भी काम कराना बेहद मुश्किल है. मोबाइल फोन का सिम, बैंक की पास बुक आदि का खो जाना एक आम समस्या हो गयी है.

जिसको पाने के लिए उसकी सूचना पुलिस को देना अनिवार्य है. जब भी ऐसे व्यक्ति थाने जाते हैं तो उनसे बिना झिझक सरकारी फीस की तरह ५० रुपये मांगे जाते हैं. जब कोई रुपयों के लिए जिरह करता है तो उससे कहा जाता है कि नोटरी का हलफनामा बनबाकर लाओ.

हालांकि हलफनामा माँगने का कोई नियम नहीं है. झंझटों से बचने के लिए लोग बुझे मन से ५० रुपये दे देते हैं. जानकार लोग प्रार्थना पात्र के साथ ही ५० रूपये देते हैं.

अच्छी कमाई होने के कारण बहुत से शातिर मुंशी प्रार्थना पत्र पर मोहर ठोंक कर चिड़िया बना देते हैं और मूल कापी को फाड़कर फेंक देते हैं. जबकि प्रार्थना पत्र का जीडी में दाखिला कर रिसीविंग स्थान पर जीडी न० दर्ज करना चाहिए.

बहन नीतू की खो गयी बैंक पास बुक की सूचना देने आज जब कुटरा कालोनी निवासी छात्र सुशील जातव फतेहगढ़ कोतवाली गया तो मुंशी ने उससे ५० रुपये मांगे. छात्र ने इन्स्पेक्टर बीके मिश्रा से शिकायत की तो उन्होंने स्वयं प्रार्थना पत्र को रिसीव करके मुंशी की फजीहत बचाई. प्रार्थना पत्र पर मोहर लगाते समय रिश्वत माँगने वाले मुंशी का चेहरा देखने लायक था.