कायमगंज (फर्रुखाबाद) : कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के ग्राम बराबिकू निवासी सन्नू उर्फ सोनू की अवैध सम्बंधों के चलते हत्या कर शव सरसों के खेत में डाल दिया। सुबह जब ग्रामीणों को खबर हुई तो मौके पर भीड़ जमा हो गयी। 30 वर्षीय युवक के गुप्तांग पर चोटों के निशान व अस्तव्यस्त कपड़े होने से मामला अवैध सम्बंधों का ही होने की चर्चायें गर्म हो रही हैं। सूचना पहुंची पुलिस ने घटना स्थल की जांच करते हुए शव का पंचनामा भर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने कोतवाली में अज्ञात हत्यारों के विरूद्ध मुकद्मा पंजीकृत कराया।
बराबिकू निवासी सन्नू उर्फ सोनू सक्सेना (30) पुत्र रामनरेश की हत्या कर हजरतपुर निवासी खुशीराम के सरसों के खेत में फेंक दिया गया। सुबह जब ग्रामीण निकले तो उन्होंने सन्नू का शव पड़ा देखा तो गांव में सूचना दी गयी। सूचना पर सन्नू के परिजन मौके पर पहुंचे। मृतक सोनू की मां बृजरानी ने बताया कि लगभग 15 दिन पूर्व मेरा बेटा सोनू घर आया था। वह दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था।बृजरानी ने बताया कि सोनू की लगभग 10 वर्ष पूर्व थाना शमसाबाद के गांव सिकन्दरपुर निवासी नेमादेवी पुत्री सर्वेश के साथ शादी हुई थी। जिससे दो पुत्रियां हैं। पारिवारिक कलह चलते दोनों के बीच लगभग दो ढाई बर्ष से अनबन रहने लगी। पति के अत्याधिक शराब पीने व तरह तरह की प्रताड़नाओं से त्रस्त नेमादेवी ने अपने पति का घर छोड़कर अपने मायके में रहना उचित समझा और वह वहीं अपना गुजरवसर कर रही है।
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लाश बांयी करवट से पड़ी हुई थी। शरीर पर कपड़े मिटटी से सने हुए थे। पैण्ट व अण्डरवियर नीचे सरका हुआ जिससे गुप्तांग लहुलुहान खुले दिखायी दे रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे किसी भारी वस्तु से उस पर प्रहार किया गया हो। यह लाश पड़ी। इस खेत के किनारे बने सम्पर्क मार्ग पर उसकी सिक्योरिटी गार्ड की नीले रंग की पेण्ट व एक गर्म शाल पड़ी हुई थी। लाश से कुछ दूरी पर खेत में ही एक पीले रंग की पोलिथिन पड़ी हुई थी। जिसमें खाना रख था। ग्रामवासियों में फैली चर्चा के अनुसार मृतक सन्नू उर्फ सोनू शराबी व शातिर किस्म का व्यक्ति था। कुछ माह पूर्व गांव भटासा में भैंस चोरी के इल्जाम में पकड़ा गया था।
पति की हत्या की खबर पर पहुंची पत्नी नेमा ने रोते रोते बताया कि मेरे पति दो भाई हैं। बड़े भाई सुभाष कुछ समय पूर्व आगरा चले गये थे। जहां वह एक बेकरी पर काम करते हैं। उनकी पत्नी व बच्चे भी वहीं उनके साथ ही रहते हैं। नेमा ने पुलिस बताते हुए कहा कि मेरे पति के नाजायज सम्बन्ध सुभाष की पत्नी से चल रहे थे। काफी समझाने के बाद भी वह नहीं माने। गांव में पंचायते भी हुई। लेकिन कोई हल नहीं निकला। जिससे मैं दिमागी रूप से अत्यधिक परेशान रहने लगी।