सुनियोजित थी आनंद की हत्या, कांती पर लोकेशन देने का शक

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फर्रुखाबाद: बीते गुरुवार 7 फरवरी को मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम रामनगर कुड़रिया प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद प्रकाश सिंह की हत्या सुनियोजित ढंग से ही की गयी थी। सूत्रों के मुताबिक अभी तक आनंद प्रकाश की तैनाती वाले स्कूल में ही सहायक अध्यापिका कांती राठौर पर ही लोकेशन देने का शक जताया जा रहा है।

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सूत्रों के मुताबिक शहर कोतवाली क्षेत्र के श्यामनगर में रहने वाले आनंद प्रकाश सिंह पिछले कई माह से फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कराने से लेकर उनको दण्डित कराने के लिए लामबंद थे। दर्जनों फर्जी शिक्षकों के खिलाफ आनंद प्रकाश सिंह ने खुद व अपने अन्य साथियों से आरटीआई डाल रखी थी। जिसकी सुनवायी जन सूचना आयोग तक में पहुंच चुकी थी। यहां तक कि आनंद की ही आरटीआई की पहल के चलते कई शिक्षक बर्खास्तगी की कगार पर भी पहुंच चुके थे। जिससे उनके साथी फर्जी शिक्षकों में नौकरी को लेकर भय का माहौल बना हुआ था। सूत्रों की मानें तो यही वह बजह बन गयी कि आनंद प्रकाश सिंह की सुनियोजित ढंग से दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी।

वहीं 7 फरवरी को हत्या के दिन आनंद प्रकाश सिंह के स्कूल टाइम में राशन लेने जाने की जानकारी भी उनके स्कूल में तैनात शिक्षिकाओं व छात्रों के अलावा किसी और को न होना माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो आनंद के ही तैनाती वाले स्कूल रामनगर कुड़रिया की सहायक अध्यापिका कांती राठौर पर ही लोकेशन देने का शक जताया जा रहा है। पता चला है कि आनंद ने शिक्षिका कांती राठौर के खिलाफ अपने सहयोगी से आरटीआई डलवायी थी। जिसकी तारीख भी जन सूचना आयोग में हत्या के एक दिन बाद 8 फरवरी को बतायी गयी है। अभी पुलिस हत्या के पुख्ता सुराग खंगालने में जुटी हुई है।