फर्रुखाबाद: मेला रामनगरिया में प्रशासन की तरफ से समस्त सरकारी विभागों की प्रदर्शनी लगवायी गयी है। जिससे विकास के कार्यक्रमों को जन जन तक पहुंचाया जा सके। शनिवार को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन सतीश दीक्षित ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंचकर प्रदर्शनी का उदघाटन किया। उदघाटन के कुछ ही मिनटों बाद मेला प्रदर्शनी पान्डालों से सरकारी विभागों के कर्मचारी गायब दिखे।
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शनिवार को लगभग चार बजे मंत्री सतीश दीक्षित ने स्वागत किया। जहां लगभग एक घंटे तक उनका स्वागत समारोह चलता रहा। पांच बजे जैसे ही मेला प्रदर्शनी की तरफ अधिकाररियों व मंत्री ने पीठ की वैसे ही कर्मचारी व विभागाध्यक्ष भी गायब हो गये। जिससे साफ नजर आ रहा है कि जिला प्रशासन द्वारा रामनगरिया मेले में लगायी गयी प्रदर्शनी एक औपचारिकता मात्र है। जिससे ग्रामीणों को कोई लाभ मिलता दिखायी नहीं देता। जब विभागों द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी पान्डालों में कर्मचारी व अधिकारी ही मौजूद नहीं होंगे तो ग्रामीण क्या और किस तरीके से पान्डालों व विभागीय योजनाओं से सम्बंधित जानकारियां ले पायेंगे। जो भी हो प्रशासन द्वारा प्रदर्शनी के नाम पर मात्र दिखावा ही किया जा रहा है।
मौनी अमावस्या पर्व पर प्रशासन ने नहीं की बैरीकेटिंग
रामनगरिया मेले में 10 फरवरी को होने वाली मौनी अमावस्या के दिन हजारों की भीड़ उमड़ने की संभावना जतायी जा रही है। गंगा स्नानार्थी अभी से ही मेला तट पर पहुंच रहे हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा गंगा तट पर न ही बैरीकेटिंग की गयी है और न ही गहरे पानी को देखते हुए पुल के निकट गंगा स्नान करने वालों के लिए बैरीकेटिंग की गयी है। जिससे पुल के किनारे गंगा स्नान करने वालों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।