कायमगंज: आज, जाति व मूल निवास प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट लगाने और अवैध वसूली के आरोपो को लेकर वकीलों और लेखपालों के बीच विवाद थम नहीं रहा है। सोमवार को लेखपालों ने उपजिलाधिकारी को लिखित शिकायती पत्र दिया।
सोमवार को लेखपाल संघ के अध्यक्ष रमाकान्त गुप्ता के नेतृत्व में एक बैठक कर एक लिखित शिकायती पत्र उपजिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल को सौंपा। जिसमें बताया गया कि दो फरवरी को लेखपाल गिर्द रवि वर्मा से जबरिया आय जात मूल प्रपत्रों पर रिपोर्ट लगाने के लिए एडवोकेट सर्नेश यादव व परम मिश्रा आदि लोगों ने दबाब बनाया। रवि वर्मा ने दबाब में रिपोर्ट लगाने से मना कर दिया। जिस पर उक्त वकीलों ने गाली गलौज के साथ लेखपाल रवि वर्मा से मारपीट शुरू कर दी। शोर शराबा सुनकर तहसील में मौजूद पुलिस बल व लोगों ने मामला शान्त करा दिया। अब उक्त लोग रिश्वतखोरी का इल्जाम लगा रहे हैं। सभी लेखपालों ने उपजिलाधिकारी से कहा कि यह लोग आये दिन लेखपालों पर जबरिया दबाब बनाकर फर्जी आय, जाति, मूल प्रमाण पत्रों फर्जी रिपोर्ट लगाने को कहते हैं। वहीं दूसरी तरफ वकील सर्नेश यादव व परम मिश्रा का कहना है कि रवि वर्मा के पास नोनियमगंज निवासी पुष्कर पुत्र शीशराम का मूल निवास तथा जाति प्रमाण पत्र की रिपोर्ट लगवाने के लिए गया था। जिस पर लेखपाल कायमगंज गिर्द रवि वर्मा ने रिपोर्ट लगाने के एवज में 200 रूपयों की मांग की थी। पैसे न देने पर लेखपाल ने प्रमाण पत्र फेंक दिया था। वहीं पैसे लेकर अन्य लोगों के प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट लगा दी थी। जब हम लोगों ने लेखपाल से जाकर रिपोर्ट लगाने के लिए कहा तो लेखपाल ने अपशब्द कहते हुए प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट लगाने से मना कर दिया था। जिस पर उपजिलाधिकारी ने मामले की जांचकर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये।