UPTET : फर्रुखाबाद में 55 प्रतिशत अंकों वाले भी टाप पर पहुंचे

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indexफर्रुखाबाद: बेसिक शिक्षा विभाग में बीएड पास टीईटी शिक्षकों की भर्ती के लिए जिला बार जारी की गयी कट आफ मैरिट में लगभग प्रत्येक जनपद में खामियां ही खामियां नजर आ रहीं हैं। विभाग द्वारा टीईटी अभ्यर्थियों के डाटा को चेक न किये जाने से कई गलत इन्ट्री करने वाले अभ्यर्थी भी टाप सूची में शामिल हो गये हैं। जनपद फर्रुखाबाद में ऐसे 20 से अधिक अभ्यर्थी टाप सूची में शामिल हैं जिन्होंने अपने पूर्णांक व प्राप्तांक पूरे पूरे भर दिये। टाप सूची में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों में कई तो 55 प्रतिशत से भी कम अंक पाने वाले हैं।

प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा की जा रही 72 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू से ही विवादों के घेरे में फंसी रही है। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के प्रदेश में शासन के दौरान वर्ष 2011 में एक बार भर्ती प्रक्रिया पूर्ण होने के कगार पर पहुंचने के बाद इस तरह विवादों जकड़ गयी कि सरकार बदलते ही पूरी प्रक्रिया रद्द करनी पड़ी थी। लेकिन प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद दोबारा शिक्षकों की भर्ती के लिए बीते 7 दिसम्बर को बीएड पास टीईटी पास अभ्यर्थियों से आन लाइन आवेदन मांगे गये थे। जिसके लिए अभ्यर्थियों से प्रति जनपद 500 रुपये मोटी फीस भी चुकानी पड़ी। 22 जनवरी को जनपदवार रैंक जारी कर दी गयी। जिसके बाद 30 जनवरी को अभ्यर्थियों की जनपदवार कट आफ मैरिट जारी की गयी तो खामियों का पुलिंदा एक बार फिर निकल पड़ा।[bannergarden id=”8″]

सबसे पहले जनपद कुशीनगर में खामियों का पुलिंदा खुला तो अन्य जनपदों में भी इसकी पड़ताल शुरू हो गयी। कई जनपदों में टाप सूची में वह अभ्यर्थी शामिल हो गये जिनकी कट आफ मैरिट 60 या उससे भी कम है। जनपद फर्रुखाबाद में ही यदि देखा जाये तो टाप सूची में लगभग दो दर्जन अभ्यर्थी शामिल हैं।
फर्रुखाबाद की टाप सूची में शामिल जनपद इलाहाबाद निवासी मुकतेन्द्र सिंह पुत्र मनोज कुमार की विभाग की सूची में 89.3 कट आफ दर्शाया गया है जबकि इनसे जब फोन पर वार्ता की गयी तो उन्होंने बताया कि उनकी वास्तव में कट आफ मैरिट केवल 66 प्रतिशत है।
वहीं आजमगढ़ निवासी दीपिका राय पुत्री अरविंद कुमार राय की विभागीय सूची में 86.73 कट आफ मैरिट दिखायी गयी है। जबकि उनसे फोन पर वार्ता में पता चला कि उनकी वास्तव में जनरल कट आफ मैरिट मात्र 60 प्रतिशत ही है।
बाराबंकी निवासी दीपक वर्मा पुत्र चन्द्रदेव वर्मा की फर्रुखाबाद के विभागीय बेबसाइट पर 83.11 कट आफ मैरिट के साथ जनपद में 6वीं रैंक पा गये। लेकिन हकीकत में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गलती से पूर्णांक व प्राप्तांक एक ही भर गये। उनका कट आफ गुणांक मात्र 55.5 है। वह अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं।

81.12 कट आफ गुणांक के साथ फर्रुखाबाद जनपद में सातवीं रैंक पाने वाली आगरा के पिनहट निवासी दीप्ती सिंह से फोन पर बात की गयी तो उन्होंने बताया कि उन्हें पता भी नहीं है कि उनकी फर्रुखाबाद में सातवीं रैंक कैसे आ गयी। उनके तो मात्र 65.13 प्रतिशत कट आफ गुणांक हैं। वह भी सामान्य वर्ग से हैं। दीप्ती सिंह का विभागीय सूची के अनुसार प्राप्तांक व पूर्णांक एक ही भरे हुए हैं। उन्हें स्नातक व बीएड में पूरे के पूरे अंक बेसिक शिक्षा विभाग की बेबसाइट पर मिलने के बाद भी उनका फार्म निरस्त नहीं किया गया।

जनपद एटा निवासी विपिन कुमार पुत्र राजेश कुमार की भी वास्तविक कट आफ गुणांक 63 प्रतिशत है। फर्रुखाबाद जनपद में जारी की गयी सूची में उनका कट आफ गुणांक 80.17 दर्शाया गया है। विपिन कुमार विभागीय सूची में स्नातक की डिग्री में 1000 पूर्णांक में पूरे 1000 अंक पा गये हैं। जिससे उन्हें स्नातक में कट आफ गुणांक पूरे 40 अंक मिले हैं। इस तरह के ही फर्रुखाबाद में ही लगभग दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थी टापरों में शामिल हैं। जिनके कट आफ गुणांक 60 के लगभग ही हैं।