ब्राह्रमण एकता का नारा लगाने वालों पर बिफरे सतीश

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F K Gफर्रुखाबाद: खांटी समाजवादी और अपने खरे स्वभाव के लिए चर्चित सतीश दीक्षित कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त करने के बाद भी अपने मूल स्वभाव से डिगते नहीं दिखे। अपने स्वागत के लिए उमड़े सपाइयों के बीच में से जब ब्राह्रमण सभा के जिलाध्यक्ष बृजेश दुबे ने सतीश दीक्षित जिंदाबाद के साथ ही ब्राह्रमण एकता जिंदाबाद का नारा बुलंद किया तो वह उन पर बुरी तरह बिफर गये।

विदित है सतीश दीक्षित की सपा में एक निष्ठावान लोहियावादी व खांटी समाजवादी की क्षवि के साथ ही उनके खरे स्वभाव से भी उनकी पहचान है। श्री दीक्षित मंगलवार को जब पहली बार लाल बत्ती की गाड़ी में सवार होकर लौटे तो सपाई कार्यकर्ताओं का उत्साहित होना लाजमी था। ढोल नगाड़ों और पटाखों की आवाजों के बीच समाजवादी पार्टी और सतीश दीक्षित की जय जय कार के नारे बुलंद हो रहे थे। इसी बीच सपा ब्राह्मण सभा के जिलाध्यक्ष बृजेश दुबे ने सतीश दीक्षित जिंदाबाद के साथ ब्राह्मण एकता जिंदाबाद का नारा बुलंद किया तो श्री दीक्षित के माथे पर बल पड़ गये। उन्होंने श्री दुबे को बुरी तरह से छिड़कते हुए इस तरह की बातें करने से मना कर दिया। श्री दीक्षित के तेवर देखकर बृजेश दुबे सकते में आ गये और चुप चाप जाकर पीछे खड़े हो गये।

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श्री दीक्षित के यंग्री यंगमैन के तेवर स्वागत कार्यक्रम के दौरान कई बार नजर आये। मीडिया के सामने प्रमुखता पाने और निकटता प्रदर्शित करने के लिए कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही धक्का मुक्की और नारेबाजी पर सतीश दीक्षित ने कई बार आंखें तरेर कर अनुशासन का पाठ पढ़ाया। रजत क्रांतिकारी और रंजीत चक को भी घुड़कियों का शिकार होना पड़ा।