गाय का दूध न केवल पौष्टिकता से भरपूर होता है, बल्कि एलर्जी से भी बचाता है। जिन शिशुओं को जन्म के बाद से 15 दिन तक उनकी माताएं गाय का दूध पिलाती हैं उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। एक अध्ययन में पता चला है कि गाय का दूध बच्चों को भविष्य में होने वाली गंभीर एलर्जी से सुरक्षित करता है।
तेल अवीव विश्वविद्यालय में हुए इस अध्ययन ने पहले की सभी धारणाओं को बदल दिया है। पहले माना जाता था कि कि जन्म के तुरंत बाद शिशुओं को कुछ महीने तक गाय का दूध नहीं देना चाहिए। अध्ययनकर्ता यित्झाक काट्ज का कहना है, “जो महिलाएं अपने शिशुओं को जन्म के तुरंत बाद गाय का दूध देना शुरू कर देती हैं वे अपने बच्चों को एलर्जी से पूरी तरह बचा लेती हैं।”
इस अध्ययन के लिए अध्ययनकर्ताओं ने 13,019 शिशुओं के खाने-पीने की आदतों के इतिहास का अध्ययन किया। जिन शिशुओं को जन्म के 15 दिन के अंदर ही गाय के दूध में मिलने वाला प्रोटीन दिया जाने लगा था वे गायों के दूध के प्रोटीन से होने वाली एलर्जी (सीएमए) से पूरी तरह सुरक्षित थे। ये बच्चे उन शिशुओं से ज्यादा सुरक्षित थे जिन्हें जन्म के 15 दिन बाद से गाय का दूध देना शुरू किया गया।
गाय के दूध में मौजूद प्रोटीन से होने वाली एलर्जी (सीएमए) बच्चों के लिए बहुत खतरनाक होती है। इससे उनकी त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं, उन्हें श्वसन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं और यहां तक कि उनकी मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए यदि जन्म के शुरुआती दिनों में गाय का दूध देना शुरू कर दिया जाए तो वह टीकाकरण जैसा काम करता है।