जीवन में कुछ भी बनना पर मायावती कभी मत बनना: आजम खां

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मेरठ| उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य एवं नगर विकास मंत्री आजम खां ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा अध्यक्ष मायावती का नाम लेकर एक बड़ा ही अजीबो-गरीब बयान दिया है| उन्होंने कहा है कि वह खुदा से दुआ करेंगे कि लड़कियां सब कुछ बने, पर मायावती जैसी कभी न बने|

आजम खां आज मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर राज्य सरकार की योजना ‘पढ़ें बेटियां बढ़ें बेटियां’ और ‘हमारी बेटी उसका कल’ योजना के तहत 828 बालिकाओं को तीस-तीस हजार रूपए की धनराशि के चेक बांटने पहुंचे थे| इस दौरान यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कहा कि वे नहीं जानते कि छात्राएं कल क्या बनेंगी लेकिन खुदा से दुआ करेंगे कि छात्राएं मायावती जैसी नहीं बनें| उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि कौन क्‍या बनेगा लेकिन जो भी बने अल्‍लाह से दुआ है कि वह मायावती न बनें|”

आजम ने कहा कि मायाराज में जनता के पैसे से पत्थर के हाथी बनाए गए और जीते जी अपनी मूर्तियां बनवाई गई| उसके बाद जनता ने सरकार को पलट दिया| लिहाजा लड़कियां मायावती जैसी नहीं बनें| सिर्फ यही नही, आजम ने यह भी कहा कि मायावती के शासनकाल में ठीक उसी तरह से पत्थरों की मूर्ति बनाकर सरकारी खर्च किया, जिस तरह से शाहजहां ने अपनी पत्नी की याद में संगमरमर का ताजमहल तैयार किया था।
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आजम ने कहा, “शाहजहां के पुत्र ने सरकारी खजाने को खत्म होता देख उसका तख्ता पलटकर उसे बंदी बनाया था। इसी तरह से बसपा की सरकार का जनता ने तख्ता पलटने का कार्य किया है। किसी भी जीवित व्यक्ति की मूर्ति की स्थापना करना सही नहीं है।”आजम खान की इस टिप्पणी के बाद बसपा कार्यकर्ताओं में काफी रोष है|

उन्‍होंने कहा, “जब मेहनतकश लोगों के खून-कमाई के पैसों से पत्‍थरों के हाथी बनाए जाते हैं तब इन्‍कलाब आता है और तब बगावत होती है और तब सरकारें बदलती हैं| जब जिंदा लोग, जब जिंदा हुक्‍मरान, जब शासक अपनी पत्‍थरों की प्रतिमाएं बनाते हैं और उन्‍हें मूर्ति कहते हैं तब इन्‍कलाब आते हैं| चाहे वो सद्दाम हुसैन का इन्‍कलाब हो या मोहतरमा मायवती साहिबा का| कौन क्‍या बनेगा लेकिन जो भी बने अल्‍लाह से दुआ है वो मायावती न बनें|”

इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह के बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर पार्टी के जनाधार पर कोई खासा असर नही पड़ेगा| राहुल गाँधी के मामले में भी आजम खां ने कुछ ऐसी ही टिप्पणी की| फिलहाल, अभी तक मायावती की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई हैं|