रामनगरिया उदघाटन स्थल में चल रहा भैंसों का तबेला

Uncategorized

फर्रुखाबाद: पवित्र गंगा तट घटियाघाट पर लगने वाली रामनगरिया प्रदर्शनी लगने में मात्र पांच दिन शेष हैं। प्रदर्शनी का उदघाटन धूम धाम से अधिकारियों द्वारा हवन पूजन कर किया जाना है। लेकिन गंगा के पवित्र तट पर जो स्थान उदघाटन के लिए हवन पूजन के लिए चुना जाता है उस स्थान पर इस समय भैंसों का तबेला बना हुआ है।

रामनगरिया तट पर एक महीने तक प्रवास करके गंगा स्नान कर पुण्य लाभ कमाने आने वाले श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। प्रशासन की तरफ से जगह का समतलीकरण इत्यादि करा दिया गया है। वहीं दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं ने भी अपनी झोपड़ी इत्यादि डालकर जगह घेरनी शुरू कर दी है। कुछ संतों व बाबाओं ने भी अपना डेरा जमा लिया है। विभिन्न अखाड़ों के महात्मा मेला स्नान की तैयारियों में लगे हुए हैं। लेकिन प्रशासन को उस स्थान की शायद कोई परवाह अभी तक नहीं है जिस स्थान पर अगले पांच दिन बाद उदघाटन व हवन इत्यादि किया जाना है।

घटियाघाट उत्तरी बंधा पर बने उदघाटन स्थल को बीते वर्षों में टीन इत्यादि डालकर निश्चित किया गया था। इसी स्थान पर प्रति वर्ष जिलाधिकारी द्वारा हवन इत्यादि करके फीता काटकर उदघाटन किया जाता है। लेकिन इस बार पांच दिन शेष रहने के बाद भी मेला व्यवस्थापक को उस स्थान की सुधि नहीं है। जिस स्थान पर उदघाटन किया जाना है। वर्तमान में कुछ ग्रामीण इस टीन के नीचे अपनी भैंसें इत्यादि बांध रहे हैं। जिससे इस समय रामनगरिया उदघाटन स्थल भैंसों का तबेला सा मालूम हो रहा है। वहीं भैंसे बांधने से रामनगरिया में कल्पवास के लिए पहुंचने वाले कुछ संतों ने भी विरोध जताया है। संतों का कहना है कि इस समय रामनगरिया प्रदर्शनी सज चुकी है और उदघाटन स्थल को अभी तक साफ नहीं कराया गया है।