गाँव के बच्चो को मंजू चौधरी की कई साल से तलाश थी| अब ख़त्म हो गयी है| ताजी सूचना के मुताबिक मंजू चौधरी को निलंबित कर दिया गया है| उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद के राजेपुर ब्लाक के गाँव माखन नगला स्थित प्राथमिक पाठशाला में हेड के रूप में कार्यरत शिक्षिका मंजू चौधरी अब प्रदेश में कार्यरत सरकारी लाखों शिक्षको में ख़ास हैं|
मंजू का इनाम खतरे में?
उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में गैर जिम्मेदार मास्टर निलंबन को सजा नहीं इनाम मानते है, मंजू को भी बड़ी मुश्किल से ये इनाम पाया है| मंजू को कई साल से स्कूल से गायब रहने और गैरहाजिर होने पर वेतन हड़प कर लेने के मामले में निलंबित नहीं किया गया है| उन्हें ये इनाम जनगणना कार्य न करने पर राजस्व विभाग की कृपा से मिला है| एसडीएम ने जनगणना कार्य में रूचि न लेने पर बेसिक शिक्षा विभाग के फर्रुखाबाद कार्यालय को निलंबन के लिए पत्र लिखा था| मंजू चौधरी के घोटालों पर पर्दा डालने वाले राजेपुर ब्लाक के सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी नागेन्द्र चौधरी ने जेएनआई को फोन पर बताया कि मंजू का निलंबन कर दिया गया है मगर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आरएसपी त्रिपाठी के मुताबिक उन्हें ठीक से याद नहीं की शिक्षिका निलंबित किया है या नहीं|
कोई मूंछो वाले मंजू चौधरी की हाजिरी पर दस्खत करते है!
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद के राजेपुर ब्लाक के गाँव माखन नगला स्थित प्राथमिक पाठशाला में हेड के रूप में कार्यरत शिक्षिका मंजू चौधरी अब प्रदेश में कार्यरत सरकारी लाखों शिक्षको में ख़ास हैं| माखन नगला स्कूल में तैनात मंजू अधिकांश छात्रों ने उनका चेहरा नहीं देखा है| हाँ हाजिरी रजिस्टर साथ लेकर कभी कभी कोई मुछों वाले मास्टर साहब आते है (उनके पति जो कानपुर में ओरडीनेन्स फेक्ट्री में कर्मी है) और दस्खत कर चले जाते हैं|
कोई फोटो ही भिजवा दे!
वैसे तो उत्तर प्रदेश में हजारों की संख्या में ऐसे शिक्षक हैं जिनके गायब रहने से अधिकारिओं की जेबें गरम हो रही होंगी मगर फर्रुखाबाद जनपद की इन ख़ास शिक्षिका मंजू चौधरी का कोई फोटो किसी को मिले तो जरूर जेएनआई के दफ्तर भेज दें ताकि गाँव के उस स्कूल के बच्चो को दिखाया जा सके कि ये थी आपकी मैडम मंजू चौधरी जिन्होंने आपको पढ़ाने के नाम पर पिछले कई सालों में सरकार से कई लाख रुपये मुफ्त में पायें है|