पूर्व डीजीपी की रिश्तेदार की नृसंश हत्या

Uncategorized

कानपुर: शहर के पॉश इलाके स्वरूप में हैलट अस्पताल के सामने घर में अकेली रह रही एक वृद्ध महिला और उसकी वृद्ध नौकरी की नृशंस हत्या कर दी गयी।

हत्यारों दोनों के गले दबाने के बाद के बाद हाथ की नसें काट दी। मामले का खुलासा बीती देर शाम को नौकरानी के आने पर हुआ। मृतक वृद्ध महिला पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह की रिश्तेदार बताई जा रहीं हैं।

हत्या की सूचना मिलते ही आईजी और डीआईजी भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। डॉग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ की टीम को भी बुलाया गया।

आईजी ने हत्या के पीछे प्रापर्टी विवाद होने की आशंका व्यक्त की है। पुलिस ने इसी दिशा में अपनी जांच भी शुरू कर दी है। स्वरूप नगर पुलिस ने मृतका के पुत्र की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लखनऊ में रहने वाले इनकम टैक्स के रिटायर्ड ज्वाइंट कमिश्नर भीम देव सिंह का मकान स्वरुप नगर में हैलट अस्पताल के सामने है। मकान की देख रेख करने के लिए भीमदेव सिंह की सास देव मुन्नी देवी (90) उसमें रहती थी।

वृद्ध देव मुन्नी देवी की सेवा के लिए परिजनों ने नौकरानी गीता (75) को उनके साथ रखा था। देव मुन्नी देवी का बेटा प्रभु नरायण सिंह एनटीसी का रिटार्ड अधिकारी है और जूही लाल कालोनी में अपने परिवार के साथ रहता है। जबकि बेटी कुमुद सिंह पति भीमदेव के साथ गोमती नगर लखनऊ में रहती है।

बताते है कि पड़ोसी प्रदीप सोनी ने वृद्धा और नौकरानी को गुरुवार को देखा था इसके बाद दोनों नहीं दिखाई दी। शुक्रवार की देर शाम चौका बर्तन करने नौकरानी शुकंतला घर पहुंची और दरवाजा खटखटाया, जब अन्दर से कोई जवाब नहीं मिला तो उसने मकान के किराएदार मेडिकल स्टोर वालों को इस बात की जानकारी दी।

मेडिकल स्टोर वालों ने जूही में रहने वाले देव मुन्नी देवी के बेटे प्रभु नरायण को इस बात की खबर दी। खबर मिलते ही प्रभु फौरन वहां पहुंचे। उनके खटखटाने पर भी जब दरवाजा नहीं खुला तो अनहोनी की आशंका हुई।

उन्होंने फौरन पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छत के रास्ते मकान के अन्दर पहुंची तो दोनों वृद्ध महिलाओं के रक्तरंजित शव अलग-अलग कमरे में पड़े थे। पहले कमरे में गले में साड़ी बंधा देव मुन्नी देवी का शव पड़ा था, जबकि सीता का शव बगल के कमरे में पड़ा था उसके गले में पतली डोर लपटी थी।

दोनों के हाथों की नसें कटी होने के कारण कमरों में खून ही खून पड़ा था। फर्श में सूख चुके खून को देखर यह अंदाजा लगाया गया कि हत्या कई घंटों पहले की गई थी। घटना हाई प्रोफाईल परिवार से जुड़ी होने के कारण आईजी जीएल मीना, डीआईजी प्रेम प्रकाश, एसपी पश्चिम मोहित गुप्ता और कई क्षेत्राधिकारी मौके पहुंच गए। डीआईजी ने फौरन प्रिगंर एक्सपर्ट टीम को मौके पर बुलाया और कमरों की बारीकी से जांच पड़ताल करायी।
लेकिन टीम को हत्यारों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। प्रभु नरायण ने बतायाकि मां के हाथ में सोने की चूडियां थी जिन्हें हत्यारे उतार ले गए। घर के बाकी समान से कोई छेड़छाड़ नहीं की गयी थी।

जिसके चलते यह बात साफ हो गयी की हत्या के पीछे लूटपाट का इरादा नहीं था। प्रभु के मुताबिक वह लोग प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के रिश्तेदार हैं। डीआईजी प्रेम प्रकाश ने पुलिस की कई टीमें बना कर हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।