क्रिकेट, फुटबॉल कोच तो देखे होंगे, अब मिलिये सेक्‍स कोच से

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पढ़ाई के लिये कोचिंग क्‍लासेस। क्रिकेट सीखना हो तो क्रिकेट कोच, फुटबॉल के लिये अलग और बैडमिंटन के लिये अलग कोच। यानी आज की डेट में जिस चीज में आपको पारंगत हासिल करनी है, उसकी कोचिंग आप लगवा सकते हैं। क्‍या आपको पता है, ब्रिटेन में अब सेक्‍स की कोचिंग क्‍लास भी उपलब्‍ध है। ये किसी निजी कंपनी का रैकेट नहीं बल्कि सरकार द्वारा मान्‍यता प्राप्‍त है। आप चौंक जरूर गये होंगे, लेकिन यह सच है। ब्रिटेन में अब नया ट्रेंड शुरू हुआ है, जिसमें यदि यदि आप सेक्‍स के कोच बनना चाहते हैं, तो आपको सरकार से सर्टिफिकेट लेना होगा। सर्टिफिकेट मिलने के बाद आपके पास कॉल आने शुरू हो जाएंगे। सरकार ये सर्टिफिकेट सेक्‍स थेरेपिस्‍ट को देती है, जिनका काम होता है लोगों की सेक्‍सुअल हेल्‍थ को अच्‍छा बनाये रखना, या फिर लोगों की सेक्‍सुअल प्रॉबलम्‍स को दूर करना। ब्रिटेन के अखबार दि इंडपेंडेंट में प्रकाशित खबर के अनुसार 51 वर्षीय जेन बतौर सरकारी सेक्‍स कोच काम करती हैं। उनके अलावा माइक लोउसाडा भी सेक्‍स कोच का काम करते हैं। माइक पहले कॉर्पोरेट कंपनी में कार्यरत थे, लेकिन अब ये पूरी तरह सेक्‍स थेरेपिस्‍ट के रूप में कार्यरत हैं। इनकी खास बात यह है कि ये अपने नियम के बहुत पक्‍के होते हैं। ये कभी अपने क्‍लाइंट से यौन संबंध स्‍थापित नहीं करते। सिर्फ यौन संबंध स्‍थापित करने की कोचिंग देते हैं। इतना पढ़ने के बाद आपके मन में कई भ्रम पैदा हो गये होंगे, लिहाजा अपने सभी भ्रम दूर करने के लिये नीचे तस्‍वीरों के सामने दिये तथ्‍यों को ध्‍यान से जरूर पढ़ें। नहीं तो आप आधी-अधूरी जानकारी के साथ आगे बढ़ जायेंगे।
पूरी दुनिया में कुल 80 कोच
लंदन की डा. ब्रिटन के मुताबिक फिलहाल यह आंकड़ा किसी के पास नहीं है कि ब्रिटेन में कितने सेक्‍स कोच हैं, हां एक सर्वेक्षण के मुताबिक पूरे विश्‍व में करीब 80 कोच जरूर हैं। लेकिन अफसोस इनमें से सिर्फ वही सरकार द्वारा मान्‍यता प्राप्‍त हैं, जो ब्रिटेन में काम कर रहे हैं, बाकी मनमर्जी। सरकार द्वारा मान्‍यता प्राप्‍त होने की वजह से फीस पर भी नियंत्रण हो जाता है, अन्‍यथा निजी सेवा चला रहे कोच ग्राहक देखकर फीस तय करते हैं।
क्‍या हैं इसके फायदे?
इस कोचिंग के फायदे भी कई सारे हैं। जेन के मुताबिक साधारण सेक्‍स थेरेपिस्‍ट सिर्फ यौन क्रियाओं के बारे में बता कर या मसाज करके चल देते हैं, लेकिन हम विस्‍तार से काउंसिलिंग भी करते हैं। ऐसा करने से उनका यौन जीवन और बेहतर होता है और वो ज्‍यादा बेहतर ढंग से परफॉर्म कर पाते हैं। ऐसे लोग जो अपनी पार्टनर के सामने निर्वस्‍त्र होने में झिझकते हैं, उनकी सारी झिझक खत्‍म हो जाती है।
क्‍या होती है कोच की फीस
ब्रिटेन के सरकारी कोच की फीस 80 पाउंड से लेकर 300 पाउंड तक होती है। यह निर्भर करता है कि वो क्‍या काम कर रहे हैं। जेन के मुताबिक सिर्फ काउंसिलिंग की फीस 80 पाउंड है, जबकि अगर कोई फिजिकल वर्क होता है तो एक काम के 150 पाउंड तक होते हैं, जिनमें यौन क्रियाएं करके बतायी जाती हैं। अगर जेनिटल मसाज लिया तो उसके अलग से 150 पाउंड पड़ते हैं। ये कोचिंग घर पर ही दी जाती है।
उभरता हुआ करियर क्षेत्र
जेन का कहना है कि दुनिया के बाकी देशों की बात तो वो नहीं कर सकतीं, लेकिन ब्रिटेन में यह उभरता हुआ करियर क्षेत्र है। अगर कोई इस क्षेत्र में शुरू से करियर बनाना चाहे तो आगे चलकर उसे ज्‍यादा लाभ पहुंचेगा। जेन ने कहा कि ब्रिटेन में सर्टिफाइड सेक्‍स कोच बनने के बाद अब वो जल्‍द ही यूरो में व्‍यवसाय शुरू करने जा रही हैं। उन्‍होंने कहा कि वो अपने साथ कम से कम 500 लोगों को जोड़ना चाहेंगी, ताकि उनकी कंपनी ख्‍याति प्राप्‍त कर सके।
सरकारी नियंत्रण सही
अभी तक यह क्षेत्र पूरी तरह अनियंत्रित है। लोग बिना किसी को जानकारी दिये, गुपचुप ढंग से यह व्‍यवसाय कर रहे हैं। कई सेक्‍स थेरेपिस्‍टों ने तो यौन विशेषज्ञों से टाई-अप कर रखा है और उन्‍हें आसानी से ग्राहक मिलते रहते हैं। ब्रिटेन सरकार ने अब सर्टिफिकेट देना शुरू कर दिया है, अब यह क्षेत्र भी सरकार के नियंत्रण में आ जायेगा। इससे इस क्षेत्र में होने वाले यौन अपराध होने की आशंका कम हो जायेगी।
मजाक नहीं है यह जॉब
ब्रिटेन की डा. पाटी ब्रिटन कहती हैं कि इस जॉब को बाहर से देखने वाले लोग हंसते हैं और इसे मजाक समझते हैं। सोचते हैं कि हम मजा कर रहे हैं, लेकिन सच पूछिए तो यह हमारा प्रोफेशन है और हम कभी अपने प्रोफेशन को मजाक में नहीं लेते और न ही मजे लूटने के लिये। कई बार तो हामार सामना ऐसे क्‍लाइंट्स से हो जाता है, जो सेक्‍स से परहेज तो दूर उसके नाम से भी डरते हैं। कई महिलाओं को पुरुषों से घृणा होती है। ऐसे क्‍लाइंट्स को सही करना हमेशा से चुनौती होती है।
बढ़ाते हैं बलात्‍कार पीड़िताओं का मनोबल
डा. ब्रिटन ने बताया कि उनका काम सिर्फ उन दंपतियों को कोचिंग देना नहीं है, जिनकी सेक्‍स लाइफ अच्‍छी नहीं चल रही, बल्कि उन बलात्‍कार पीड़िताओं का मनोबल भी बढ़ाना होता है, जो जिंदगी से टूट चुकी होती हैं। डा. ब्रिटन ने बताया कि उन्‍होंने अपने जीवन में दो पीड़िताओं की काउंसिलिंग की, जिनका यौन शोषण हुआ था। उनकी कहानी याद कर आज भी वो सिहर उठती हैं।
डॉक्‍टर को रिफर भी करते हैं
ब्रिटेन सरकार ने यह कोचिंग सर्टिफिकेट इसलिये दिया क्‍योंकि आम तौर पर लोग अपनी सेक्‍सुअल प्रॉबलम डिसकस करने में झिझकते हैं। उनकी झिझक कम करने व डॉक्‍टर के पास जाने के लिये मोटीवेट करने का काम सेक्‍स थेरेपिस्‍ट करते हैं। लोउसाडा का कहना है कि यदि क्‍लाइंट के अंदर मानसिक तौर पर दृढ़ता लाने की जरूरत होती है, तो वो अपने स्‍तर पर उसे हैंडल करते हैं, लेकिन अगर कोई सेक्‍स संबंधी बीमारी होती है, तो वो क्‍लाइंट का मनोबल बढ़ाकर व बीमारी से संबंधित पूरी जानकारी देने के बाद यौन विशेषज्ञों के पास भेजते हैं।