पुलिस लाइन के सरकारी आवास में ही रखते थे लूट का सामान

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फर्रुखाबाद: बीते दिनों पुलिस फतेहगढ़ में सरकारी आवास में रहने वाले आरक्षी रमाशंकर की पत्नी से घर में घुसकर लूटपाट किये जाने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया। खुलासे में सबसे महत्वपूर्ण बात सामने आयी है कि लुटेरे पूर्व में पुलिस लाइन में तैनात रहे आरक्षियों के पुत्र हैं और पुलिस लाइन के सरकारी आवास में ही लूट का सामान रखकर बाद में हिस्साबांट करते थे।

पुलिस लाइन परिसर से सरकारी आवास में रहने वाले आरक्षी रमाशंकर की पत्नी पिंकी के हाथ बांधकर चाकू से धमकाकर दो अज्ञात लुटेरों द्वारा सोने चांदी के जेबर व सात हजार नगदी, मोबाइल फोन लूट लिया था। रमाशंकर यादव द्वारा कोतवाली फतेहगढ़ में मुकदमा संख्या 2/13 धारा 392 के अन्तर्गत पंजीकृत कराया गया था। एसपी द्वारा टीमों का गठन कर खुलासा करने की बात कही गयी थी।

जिसके बाद एसओजी टीम ने 12 जनवरी को फतेहगढ़ में रामादेवी मंदिर के पास से एक शातिर लुटेरे सचिन कुमार खटिक पुत्र आरक्षी अजब सिंह निवासी ग्राम जहांगीराबाद बुलंदशहर, हाल पता पुलिस लाइन सरकारी आवास संख्या 1 कन्नौज से लूटे गये सोने के एक जोड़ी कान के कुन्डल, टप, 315 बोर का तमंचा, दो कारतूस, मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार कर लिया। जिसने बताया कि उसने अपने साथी गौरव प्रताप सिंह पुत्र एचसीपी राजबीर सिंह निवासी पुलिस लाइन लखनऊ के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। दोनो लुटेरों के पिता पूर्व में फतेहगढ़ पुलिस लाइन में तैनात रहे। जब भी दोनो लुटेरों के द्वारा लूट की घटना की जाती तो एचपीसी रामदास के सरकारी आवास में रख देते थे। बाद में वहीं से बंटवारा करते थे। लुटेरों को धारा 392, 412, 25 अर्म्स एक्ट के अन्तर्गत जेल भेजा गया।
घटना का खुलासा करने वाली एसओजी टीम के एन एल सिंह, ललित कुमार, विजय शंकर, हिम्मत सिंह, प्रदीप कुमार, राकेश, सत्येन्द्र कुमार, मनोज यादव को संयुक्त रूप से ढाई हजार का इनाम पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी द्वारा दिया गया।