फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी के आदेश पर मंगलवार को गंगा में प्रदूषित सीवेज बाहने वाली उद्योग इकाइयों का निरीक्षण किया गया। नगर मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में गठित टीम ने लगभग आधा दर्जन इकाइयों का निरीक्षण कर उन्हें कुम्भ के दौरान पड़ने वाले विशेष पर्वों से 10 दिन पूर्व से ही सीवेज बहाव पर रोक लगाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी के आदेश पर नगर मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में गठित टीम जिसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी यूसी वर्मा के अतिरिक्त जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक, जिला वन अधिकारी व जिला प्रबंधक गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई सम्मलित हैं। मंगलवार को अंगूरीबाग स्थित पी लाल एक्सपोर्ट, ए के इंटरनेशनल, एनआर इंटरनेशनल, नीलिमा फैशन आदि इकाइयों का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि फर्रुखाबाद से इलाहाबाद तक जल प्रवाह में लगभग 10 दिन का समय लगता है। इसलिए कुंभ के दौरान पड़ने वाले विशेष पर्वों से 10 दिन पूर्व से इन इकाइयों को बंद करने के निर्देश दिये गये हैं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता यूसी वर्मा ने कहा कि 36 औद्योगिक इकाइयां हैं।सहायक अभियंता से सूची तलब कर 9 जनवरी तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। तहसीलदार के पास जो सूची उपलब्ध है, उसमें 16 कारखाने ही हैं। जबकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में 36 इकाइयां दर्ज हैं। डीएम ने बोर्ड के सहायक वैज्ञानिक अधिकारी डा. टीएन सिंह से प्लांट के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि यहां की कई औद्योगिक इकाइयों के पास ट्रीटमेंट प्लांट लगाने को स्थान ही नहीं है। ऐसे में यहां ट्रीटमेंट प्लांट लगाना संभव नहीं है। जिलाधिकारी ने औद्योगिक इकाइयों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। सहायक अभियंता ने बताया कि इन इकाइयों का निरीक्षण कर जल उत्प्रवाह रोकने एवं कारखाने बंद करने के लिए नोटिस दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त अपर जिलाधिकारी के आदेश पर खानपुर व उसके आस पास के बंद पड़े आठ उद्योगों की विद्युत आपूर्ति विच्छेदित की गयी है। जिससे पूर्व चार अन्य उद्योगों की भी विद्युत आपूर्ति विच्छेदित की जा चुकी है। कुम्भ के दौरान औद्योगिक इकाइयों का निरंतर सर्वेक्षण किया जायेगा।