फर्रुखाबाद: बढ़पुर ब्लाक प्रमुख चुनाव के लिए सपा के प्रत्याशी घोषित होने के बाद उर्मिला राजपूत की नाराजगी साफ नजर आयी थी। जिसके बाद उन्होंने बढ़पुर से ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी के रूप में अपनी पुत्रवधू को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला कर लिया था। जिसके चलते उन्होंने बीते दिन पर्चा भी खरीदा लेकिन नामांकन करने से कुछ समय पूर्व मुख्यमंत्री का फोन आ जाने की बजह से उर्मिला को अपनी पुत्रवधू को चुनाव लड़ाने का इरादा आखिर बदलना पड़ गया और उन्होंने नामांकन नहीं किया।
बढ़पुर ब्लाक में पूरे दल बल के साथ पहुंचे सपा प्रत्याशी यशपाल सिंह यादव ने एसडीएम अरुण कुमार के सामने ब्लाक प्रमुख प्रत्याशी के लिए पर्चा भरा तो वहीं बसपा प्रत्याशी गुरुदीप सिंह कटियार सरकार में न होने की बजह से चंद लोगों के साथ ही पर्चा दाखिल कर वापस लौट गये।
यशपाल सिंह के समर्थन में पहुंचे मंत्री नरेन्द्र सिंह बढ़पुर ब्लाक नहीं पहुंचे। वह सपा कार्यालय पर बैठकर ही सपाइयों को निर्देशित करते रहे। बढ़पुर ब्लाक के बाहर सपा जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर के अलावा कायमगंज से रामप्रकाश यादव कल्लू डटे रहे। भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात किया गया था। यशपाल सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ ही जाकर नामांकन किया। बाकी सपाई बढ़पुर ब्लाक के बाहर सड़क पर ही डटे रहे। नामांकन के कुछ समय बाद भोजपुर विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी भी बढ़पुर ब्लाक तक पहुंचे। तब तक कार्यक्रम समाप्त हो गया था। वहीं गुरुदीप सिंह कटियार पूर्व ब्लाक प्रमुख अखिलेश कटियार के साथ पहुंचे और अपना नामांकन किया। उनके समर्थन में बसपा जिलाध्यक्ष अजय भारती के अलावा राजीव चतुर्वेदी, महेन्द्र कटियार आदि लोग पहुंचे। दोनो प्रत्याशियों के नामांकन के बाद अब उर्मिला राजपूत की पुत्रवधू के नामांकन का इंतजार होने लगा। यशपाल सिंह के जाने के बाद पुलिस फोर्स भी कम कर दी गयी। जिसके बाद उर्मिला राजपूत ने जेएनआई को बताया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का फोन उनके पास आ जाने से उन्होंने अपनी पुत्रवधू का नामांकन स्थगित कर दिया। फिलहाल बढ़पुर ब्लाक से अब गुरुदीप व यशपाल में कांटे की टक्कर बतायी जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुदीप के समर्थन में कई लोधी वोटर चले गये हैं। जो उर्मिला को वोट देने का मन बना रहे थे।