फर्रुखाबाद: बीते 25 दिसम्बर की शाम कमालगंज रेलवे स्टेशन के निकट एस एस बी जवानों के मैग्जीन व जैकिट मिलने से प्रकाश में आये इस प्रकरण को खंगालने में जुटी जीआरपी ने आखिर आरोपी दो जवानों को जेल की सलाखों के पीछे भेज ही दिया। फिलहाल अभी अन्य कई चीजों का मिलना बकाया है। जिसके लिए अब डाग स्काट का इंतजार किया जा रहा है।
गुजरात चुनाव से लौटते समय स्पेशल ट्रेन में सवार अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने दारू के नशे में अपने ही साथियों के पांच हथियार, मैग्जीन, जैकिट के अलावा अन्य सामान कासगंज से कमालगंज के बीच फेंक दिया था। जिसके बाद कांबिंग में जुटी पुलिस ने बीते दिन तक चार हथियारों के साथ-साथ मैग्जीन व जवानों के बिस्तर बंद इत्यादि बरामद कर लिया था। उधर विवेचना लखनऊ से जीआरपी फर्रुखाबाद भेज दी गयी थी। विवेचना कर रहे जीआरपी थानाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने मामले से सम्बंधित अर्द्धसैनिक बल की टुकड़ी को फर्रुखाबाद जीआरपी पूछताछ के लिए बुला लिया था। विवेचना में जवान सूर्य कुमार सूत पुत्र सुरेन्द्र सूत सीपी संख्या 70100795 व जवान रत्नाकर पुत्र भूपेन्द्र अजयूं सीपी संख्या 090620249 निवासी लखीमपुर खीरी को गिरफ्तारी के लिए जीआरपी थानाध्यक्ष ने एस एस बी कमांडर आर एस नेगी को पत्र लिखा था। इसके बाद एस एस बी ने बीती रात लोहिया अस्पताल में दोनो आरोपी जवानों का मेडिकल परीक्षण कराया और जीआरपी के सुपुर्द कर दिया। लेकिन जीआरपी ने इस मामले की पुष्टि बीती रात नहीं की। शनिवार को एस एस बी ने दोनो आरोपी जवानों सूर्य कुमार सूत व रत्नाकर को जीआरपी फर्रुखाबाद के हवाले कर दिया। जहां से जीआरपी ने उन्हें अतिरिक्त मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया। मजिस्ट्रेट ने दोनो अरोपी जवानों को जेल भेज दिया।
इस सम्बंध में घटना की विवेचना कर रहे जीआरपी थानाध्यक्ष विनोद मिश्रा ने बताया कि आरोपियों के जेल जाने के बाद अब गुम असलाह की तलाश के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिए डाग स्काट शनिवार को आने की जानकारी दी गयी थी। लेकिन किसी कारणवश डाग स्काट शनिवार को नहीं पहुंच सका। देर रात तक अगर डाग स्काट आ जाता है तो रविवार को ट्रेक के किनारे किनारे कांबिंग कर तलाशी अभियान शुरू किया जा सकेगा।