फर्रुखाबाद: प्रदेश के बेसिक शिक्षा व बाल पुष्टाहार मंत्री रामगोविंद चौधरी ने फर्रुखाबाद महोत्सव में पहुंचकर मुख्य कार्यक्रम का उदघाटन करने के बाद प्रदेश में बाल पुष्टाहार व बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी पत्रकारों के सवालों में उलझ गये। आखिर कैमरा बंद करने की शर्त पर मंत्री बोले किसकी शिकायत करो, ऐसा कौन है जो पैसा नहीं चाहता, ऊपर से नीचे तक सब पैसा चाहते हैं, सबके सब ‘बुड़बक’।
उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा, बाल पुष्टाहार गांव किसान व गरीबों के लिए है। इस सम्बंध में उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी पार्टी का विधायक हो उसकी यह जिम्मेदारी बनती है कि वह क्षेत्र में बेसिक शिक्षा व बाल पुष्टाहार पर नजर रखे और यदि पुष्टाहार ठीक से वितरण नहीं हो रहा है या कहीं गोलमाल की शिकायत होती है तो इसकी जानकारी सम्बंधित विधायक के माध्यम से उन तक पहुंचायी जाये तो उनका मंत्रालय तत्काल सम्बंधित कर्मचारी पर कार्यवाही करेगा। ड्रेस वितरण के मामले में उन्होंने बीएसए भगवत पटेल से कहा कि शीघ्र जनपद में बांटी गयीं ड्रेसों का ब्यौरा उन्हें भेजें। जिसमें यह भी स्पष्ट करने की बात कही कि ड्रेस सिली किसने, बांटने का ठेका किसका था, कपड़ा कहां से आया आदि। मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र ही बेसिक शिक्षा के बच्चों को ड्रेसों के साथ-साथ मोजे और जूते भी शामिल करने जा रही है। जिसका खाका तैयार हो रहा है। शीघ्र ही उसे लागू कर दिया जायेगा।
ड्रेस वितरण में काला बाजारी और पुष्टाहार के गोलमाल की शिकायतों पर घिरने पर मंत्री ने मीडियाकर्मियों से कैमरे बंद करने के बाद बात करने की अपील की। जिसके बाद उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति 10 रुपये अलग से कमाने की इच्छा रखता है, यह कोई नई बात नहीं। फिर भी अगर भ्रष्टाचार उजागर होता है तो विभागीय कार्यवाही होना तय समझें। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में वह अपने भरोसेमंद अधिकारियों के माध्यम से प्रदेश स्तर पर शिकंजा कस रहे हैं। फिर भी अगर मीडिया के माध्यम से विभाग के खिलाफ कोई खबर संज्ञान में आती है तो सम्बंधित अधिकारी/कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा। इस दौरान मंत्री ने महोत्सव में लगीं दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति, प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, समेकित बाल विकास सेवा, बेसिक शिक्षा, सामाजिक वानिकी, फर्रुखाबाद व कन्नौज का इतिहास आदि प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया। इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल, उप बेसिक शिक्षा अधिकारी जगरूप शंखवार, खण्ड शिक्षा अधिकारी सुमित वर्मा, प्रवीन शुक्ला, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश वर्मा, नानक चन्द्र, आनंद प्रकाश राजपूत सहित शिक्षा विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।