विवेकानंद की 150वीं जयंती पर संकल्प दिवस

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद: स्वामी विवेकानंद सार्ध शती आयोजन समिति के वैनर तले सेनापति स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती पर संकल्प दिवस के रूप में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विवेकानंद के जीवन और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया।

इस दौरान स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि भारत की परिक्रमा करते हुए सन 1892 में स्वामी विवेकानंद कन्याकुमारी पहुंचे। सामने अथाह सागर में देविपादम शिला पर जाकर ध्यानस्थ बैठने की उनकी तीव्र इच्छा हुई। शाम का समय था। विवेकानंद उफनते सागर में कूद गये और तैरकर शिला पर पहुंचे। वहीं तीन दिन तक 25, 26, 27 दिसम्बर 1892 में भारत की ओर मुहं करके ध्यान अवस्था में बैठे रहे और भारत माता के उत्थान पर ही ध्यान मग्न रहे। वहीं उन्हें भारत के भवित्व और उसमें अपनी भूमिका के स्पष्ट दर्शन हुए। एक नव चेतना व दिशा को लेकर वे वहां से भारत की मुख्य भूमि पर आये और 1902 तक केवल 10 वर्षों तक उन्होंने जो कार्य किये उसे समूचे देश और दुनिया जानती है। इस दौरान डा0 सुबोध वर्मा, धीरज वर्मा, दिलीप भारद्धाज, ज्ञानेश गौड़, अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, अजय मिश्रा, डा0 भूदेव राजपूत, जितेन्द्र सिंह, रामरतन, विशम्भर दयाल, डा0 राजेश्वर सिंह सहित सह संयोजक सुरेन्द्र पाण्डेय व संयोजक श्रीकांत गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।