विमला हत्याकाण्ड : एक माह बाद भी पुलिस प्रापर्टी डीलर को पकड़ने में नाकाम

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फर्रुखाबाद: बीते 19 नवम्बर की सुबह बढ़पुर निवासी विमला देवी पत्नी रामसिंह चौहान का शव फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के रखा रोड पर पड़ा मिला था। विमला की गला काटकर हत्या की गयी थी। लेकिन शव की शिनाख्त न हो पाने को लेकर पुलिस ने उसे लावारिश समझ लिया था। लेकिन मीडिया में छपी खबरों से महिला की पहचान उसके पुत्र नरेन्द्र उर्फ पप्पू ने कर ली थी। हत्या के मामले में शक के घेरे में आये प्रापर्टी डीलर अनिल राठौर की तलाश में पुलिस एक माह बाद भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है।

विदित हो कि 19 नवम्बर को प्रातः लगभग 11 बजे 45 वर्षीय विमलादेवी पत्नी राम सिंह चौहान की गला काटकर हत्या कर दी गयी थी। २० नवम्बर को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक विमलादेवी के पुत्र नरेन्द्र उर्फ पप्पू ने उसकी पहचान कर ली और फिर उलझ गयी विमलादेवी की हत्या की गुत्थी।

विमलादेवी की हत्या के पीछे प्रापर्टी डीलर अनिल का नाम आते ही वह फरार हो गया था। अगर अनिल के पुराने इतिहास पर नजर डालें तो वह फर्जीवाड़े के चक्कर में एक बार जेल भी जा चुका था। जिसमें अनिल के ऊपर जान लेवा हमले का आरोप भी लगा था। घटना के एक माह गुजर जाने के बाद भी प्रापर्टी डीलर अनिल अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

इस सम्बंध में फतेहगढ़ कोतवाल जितेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि प्रापर्टी डीलर की तलाश में पुलिस कई जगह छापे मार चुकी है। लेकिन उसका अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। लेकिन शीघ्र ही प्रापर्टी डीलर की गिरफ्तारी की जायेगी।