कायमगंज (फर्रुखाबाद) : सामुदायिक स्वास्थ्यकेन्द्र कायमगंज में पहुंचे सीएमओ डाक्टर राकेश कुमार, एनआरआई के डिप्टी सीएमओ चन्द्रशेखर, राजवीर सिंह ने अस्पताल परिसर में 22 दिसम्बर को लगने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।इस दौरान अस्पताल में प्रसूताओ व आशा कार्यकत्रियों से वसूली की शिकायत मिलने पर सीएमओ ने चिकित्साधीक्षक को जमकर हड़काया।
शनिवार को लगने वाले मेले में बीपीएल परिवारों के स्मार्ट कार्ड धारकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जानी है। मेले में विभिन्न विषेषज्ञों के साथ साथ लोगों को उनकी सलाह पर जांच कराकर चिकित्सीय सहायता प्रदान की जायेगी। बीपीएल परिवारों के स्मार्ट कार्ड बनवाकर सरकार ने इन कार्डों के माध्यम से तीस हजार रूपये तक की चिकित्सीय व्यय वहन करने की सुविधा गरीब परिवारों को मुहैया करायी गयी है। बीपीएल परिवारों को यह सुविधा मान्य प्राइवेट चिकित्सा केन्द्रों के साथ साथ सरकारी अस्पतालों में भी प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि मेला लोगों को इस हेतु जागरूक करने के लिए लगाया जा रहा है जो पूरे प्रान्त में सभी जगह अस्पतालों में लगा हुआ है। जिसके माध्यम से लोगों को यह जानकारी दी जानी है कि इस सुविधा के लाभ के लिए प्राइवेट चिकित्सा केन्द्रों पर जाने की अपेक्षा सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा अधिक पारदर्शिता के साथ प्रभावी शक्ल में दी जायेगी।
सीएमओ के निरीक्षण के दौरान क्षेत्र की आशा बहुएं डा0 राकेश कुमार के समक्ष पहुंची। इन आशा बहुएं ने सीएमओ से कहा कि एचयू गिरजेश सैनी को उनका स्थानान्तरण निरस्त करते हुए पुनः कायमगंज में पद स्थापित किया जाये। जिस पर सीएमओं डा0 राकेश कुमार भड़क गये और सभी आशाओं को कडी फटकार लगाते हुए कहा कि गिरजेश सैनी का स्थानान्तरण हो चुका है जिसे किसी भी दशा में निरस्त नहीं किया जायेगा और अगर इस पर नेता नगरी की गयी तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। वहीं आशा बहुओं ने मांग की कि उनका 2009-10-11-12 के पिछले भुगतान अभी तक नहीं किये गये हैं। जिन्हें शीघ्र दिलाया जाये। जिस पर सीएमओ ने सुशील कुमार गुप्ता से इन अवशेष भुगतानों के न हो का कारण पूंछा तो सुशील कुमार गुप्ता ने बताया कि इनके भुगतान वाउचर समय से प्रस्तुत नहीं किये गये थे। इसलिए भुगतान नहीं हो पाया। जब इनके द्वारा वाउचर जमा किये गये तो खाते में धन होने के बावजूद भुगतान पर शासन द्वारा रोक लगा दी गयी। जिस पर विचार चल रहा है। इस सम्बन्ध में शासन को कई बार लिखा जा चुका है। सुशील कुमार ने यह भी बताया कि 2012-13 के भुगतान वाउचर परिवर्तित हो चुके हैं और आशा बहुओं द्वारा अभी तक भुगतान वाउचर प्रस्तुत नहीं किये गये हैं। भुगतान वाउचरों के इनके द्वारा प्रस्तुत करने के बाद इनका भुगतान कर दिया जायेगा।
इसके बाद सीएमओं डा0 राकेश कुमार महिला विभाग की ओर गये। जहां उन्होंने प्रसूता वार्ड के साथ साथ लेवर रूम की साफ सफाई और वहां प्रसूताओं को मिल रही सुविधाओं का बारीकी के साथ जायजा लिया। यहां पर उन्होंने डा0 कल्पना भारती, स्टाफ नर्स रोहिनता और वर्षा व मुन्नी राठौर को कडी फटकार लगाते हुए कहा कि अस्तपाल में प्रसूताओं से तुम लोगों के द्वारा अवैध वसूली की जो शिकायतें मिल रहीं हैं। भविष्य में ऐसी कोई शिकायत यदि प्राप्त हुई तो सीधी सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जायेगी। इसलिए अपने आचरण और व्यवहार में सकारात्मक सुधार लाओ। वहीं उन्होंने चिकित्साधीक्षक डा0 अखिलेश अग्रवाल को उनकी अनदेखी के लिए कडी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि अस्तपाल की हर घटना पर बारीकी के साथ नजर रखें और किसी भी कर्मचारी द्वारा अपने उत्तरदायित्वों में शिथिलता तथा अनिमितता बरतने पर उसकी तत्काल शिकायत जिला मुख्यालय पर करें। अन्यथा कि दशा में आपके विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी।