गंगा के दुश्मन बने मुर्गा, लगाई बांग

Uncategorized

गंगा की तपती बालू में दोपहर को मुर्गा कुकडू-कूँ करे, ऐसा शायद ही सुना हो अपने| मगर ये यूपी है यहाँ सब संभव है| जब गंगा को सबसे ज्यादा गन्दा यूपी वाले कर सकते है तो उसे वापस साफ़ करने के लिए दोपहर को मुर्गे की बांग भी यूपी वाले ही लगवा सकते है| भले ही इन मुर्गो के बांग की गूँज सरकार के कानो तक न पहुचे कि जल्द गंगा को साफ़ करने का कठोर कदम न उठाया गया तो जनता कानून को अपने हाथ में लेकर गंगा के दुश्मनों से निपट सकती है|