फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी द्वारा चलायी गयी आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा में अचानक गूंजी किलकारी ने एम्बुलेंस चालकों के रोंगटे खड़े कर दिये। हुआ यूं कि अमृतपुर से प्रसव के लिए लायी जा रही गौरी ने अपना पहला बच्चा सरकारी एम्बुलेंस में जना। जिसकी किलकारी से एम्बुलेंस में सवार उसके परिजन व एम्बुलेंस कर्मचारी सकते में आ गये।
अमृतपुर निवासी सुदीप अवस्थी की पत्नी गौरी के शाम तकरीबन साढ़े चार बजे प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो सुदीप ने तत्काल 108 नम्बर पर घंटी बजा दी। घंटी बजते ही कुछ ही समय में एम्बुलेंस सायरन बजाती हुई उसके दरबाजे पर पहुंच गयी। तत्काल गौरी को एम्बुलेंस में लिटाकर निकट के राजेपुर स्वास्थ्यकेन्द्र पर ले जाया गया। लेकिन वहां पर कोई चिकित्सक न होने के कारण गौरी को मजबूरन लोहिया अस्पताल के लिए आना पड़ा। लेकिन लोहिया अस्पताल पहुंचने से पहले ही गौरी ने एक फूल सी बच्ची को जन्म दे दिया। इसके बाद उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती किया गया। चिकित्सक पूनम शर्मा ने बताया कि जच्चा बच्चा दोनो स्वस्थ हैं।
समाजवादी पार्टी स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने में चाहे कितने भी पसीने बहा ले लेकिन स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी देने के नाम पर सिर्फ खानापूरी ही करते हैं। जिसका खामियाजा गंभीर हालत में कभी कभी मरीज को भुगतना पड़ जाता है। अगर राजेपुर में ही गौरी को चिकित्सकीय सुविधा मिल जाती तो एम्बुलेंस के अंदर उसके बच्चे का जन्म नहीं होता। फिलहाल गौरी के साथ हुई इस घटना का पूरा जिम्मेदार राजेपुर स्वास्थ्यकेन्द्र ही है।