बच्चों में संस्कार होना सबसे बड़ी शिक्षा: बीएसए

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फर्रुखाबाद: वद्री विशाल पी जी कालेज में हुई राजनीति विज्ञान की संगोष्ठी में ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में बाल अधिकार’’ विषय पर वक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे बेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि बच्चों के अंदर अगर संस्कार हैं तो यह सबसे बड़ी शिक्षा है।

मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे भगवत पटेल ने सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसके बाद बीए प्रथम की छात्रा नमिता चौहान ने सरस्वती वंदना के साथ पूरे वातावरण को विद्यामयी कर दिया। स्वागत कार्यक्रम के बाद मुख्य वक्ता डा0 एम एस सिद्दीकी ने बाल अधिकारों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बाल अधिकार विश्व स्तर पर बने कानून व गैर सरकारी देश व विदेश में बने संगठनों द्वारा बच्चों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं व अधिकारों के बारे में बताया।

बीएसए भगवत पटेल ने कहा कि आज के दौर में जहां बच्चे अपने संस्कारों को भूलते जा रहे हैं ऐसे में उनके अंदर संस्कारों को उपजाना अति आवश्यक है और यदि संस्कार बच्चे के अंदर हैं तो यह सबसे बड़ी शिक्षा होगी। श्री पटेल ने बच्चों के शोषण के सम्बंध में भी विचार व्यक्त किये।

इस अवसर पर डीएसएन कालेज उन्नाव के विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा0 वीरेन्द्र कुशवाह, बद्री विशाल डिग्री कालेज के प्राचार्य एन पी सिंह, प्रो0 ए के शुक्ला, डा0 एस सी मिश्रा, डा0 आशुतोष चतुर्वेदी, प्रो0 उमापति, डा0 शोभारानी, प्रो0 देवेन्द्र सिंह, डा0 रंजना, प्रो0 सरिता देवी, डा0 एस सी मिश्रा आदि अध्यापकगण मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन राजनीति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डा0 माधुरी दुबे ने किया।