फर्रुखाबाद: जिलाधिाकारी मुथुकुमार स्वामी ने गुरुवार आंधता निवारण व क्षयरोग से संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही पर जम कर भड़ास निकाली। लक्ष्य के सापेक्ष आपरेशन न करने के आरोप में 3 नेत्र सर्जनों का वेतन रोक दिया गया है। उनको जनवरी तक लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही आंधता निवारण समिति के पास पर्याप्त बजट उपलब्ध होने के बावजूद विगत वर्ष चश्मों का वितरण न किये जाने पर चार्ज शीद दिये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि गांव गांव में नेत्र रोगी इलाज के लिये परेशान घूम रहे हैं, और हम संसाधन उपलब्ध होने के बाद भी सेवायें उपलब्ध नहीं करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार तो पीड़ितों की संख्या बढ़ती चली जायेगी। इसी प्रकार उन्होंने क्षय रोग अधिकारी को जनपद में स्थित छपाई व तंबाकू कारखानों में और भट्टों पर जाकर वहां काम करने वाले मजदूरों के थूक व बलगम की जांच किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने सभी लोहिया ग्रामों में भी नेत्र व क्षय रोग परीक्षण कैंप आयोजित करने के निर्देश दिये।