फर्रुखाबाद: युवा खेलकूद प्रतियोगिता में पायका केन्द्रों के अन्तर्गत चयनित खिलाड़ियों की करायी गयी प्रतियोगिता में स्कूली छात्र छात्राओं को छोड़ बाहरी खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में शामिल कर लेने व खिलाड़ियों की आयु को लेकर काफी विवाद की स्थिति रही। जिससे प्रतियोगिता के दौरान पूरे दिन अव्यवस्था का माहौल रहा। वहीं प्रतियोगिता में पहुंचे अधिकारी मंत्री जी के साथ चाय की चुश्कियां लेते रहे और खिलाड़ी भूखे प्यासे पूरे दिन बूंद बूंद पानी के लिए तरसते दिखे। कई खिलाड़ियों की प्रतियोगिता न हो पाने से वह मायूस होकर अपने घरों को लौट गये।
पंचायत युवा क्रीड़ा और खेलकूद प्रतियोगिता में ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित पायका केन्द्रों के खिलाड़ियों को शामिल किया जाना था। लेकिन इन पायका केन्द्रों पर स्कूली छात्र छात्राओं को चयनित न करके बाहरी खिलाड़ियों को चयनित कर लिया गया। जिसको लेकर प्रतियोगिता के दौरान काफी विवाद होता रहा। वहीं खिलाड़ियों के उम्र को लेकर भी विवाद की स्थिति रही। कई खिलाड़ी 25 से 30 वर्ष के होने से अन्य ब्लाकों के क्रीड़ा श्री विरोध करते दिखे। वहीं जिम्मेदार अधिकारी व आयोजक मात्र चाय नाश्ते में ही जुटे रहे। जबकि प्रतियोगिता के लिए बुलाये गये सभी प्रतिभागियों की प्रतियोगिताओं को नहीं कराया जा सका।
सभी सात ब्लाकों के खिलाड़ियों को 14-14 की टीम बनाकर दौड़ाने से कई खिलाड़ियों की प्रतियोगिता नहीं हो सकी। जिससे दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से आये प्रतिभागी मायूस होकर अपने घरों को लौट गये।
वहीं पायका केन्द्रों के क्रीड़ा अधिकारियों का यह भी कहना था कि मंत्री जी एक तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में स्टेडियम स्थापित करने की बात कह रहे हैं लेकिन अधिकांश पायका केन्द्रों के लिए व खेलकूद मैदान के लिए जगह तक उपलब्ध नहीं करायी गयी है। यह युवाओं के साथ धोखा नहीं तो और क्या है।