फर्रुखाबाद: प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटी समाजवादी पार्टी के भीतर अब महत्वपूर्ण पदों पर मनोनयन को लेकर चल रहा अतर्द्वंद आज सार्वजनिक रूप से सड़क पर आ गया। असंतुष्ट कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष द्वारा लोहिया प्रतिमा स्थल की चाबी न दिये जाने पर सड़क पर ही समानांतर बैठक कर पदाधिकारियों के विरुद्ध जम कर भड़ास निकाली। दूसरी ओर पार्टी कार्यालय में बैठक कर रहे जिलाध्यक्ष ने घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर केवल ‘नो कमेंट’ की ही रट लगाये रखी।
पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह की अध्यक्षता में लोहिया प्रतिमा स्थल के बाहर सडक पर बैठक कर रहे कार्यकर्ताओं ने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए कहा कि बसपा शासन में पार्टी के कार्यक्रमों व आंदोलनों में लाठियां हमने खायीं, और जब पार्टी सत्ता में आयी तो पार्टी पदाधिकारी का ताज दूसरों के सर पर रख दिया गया। इतना ही नहीं यह पदाधिकारी अब पार्टी की नीतियों का प्रचार व उनका लाभ आम जनता तक पहुंचाना तो दूर उल्टे घरों में दुबके बैठे हैं, और आम कार्यकर्ता का शोषण हो रहा है।
विदित है कि पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रपालस सिंह यादव को हटाकर पार्टी में मेंत्री नरेंद्र सिंह यादव के नजदीकी राजकुमार सिंह राठौर को जिलाध्यक्ष बनाये जाने के समय ही पार्टी के भीतर असंतोष अंदर ही अंदर सुलग रहा था। अपनी उपेक्षा से आहत चंद्रपाल सिंह काफी समय से असंतुष्ट चल रहे हैं। वह कई मौकों पर मंत्री नरेद्र सिंह यादव के विरुद्ध अपना स्टैंड साफ भी कर चुके हैं। इसी बीच पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी का विरोध और समर्थन का भी मुद्दा सामने आया। पार्टी पदाधिकारी जहां जनपद में बढ रहे ‘क्राइम ग्राफ’ को लेकर एसपी पर निशाना साध रह हैं, वही दूसरी ओर असंतुष्ट अब केवल विरोध की राजनीति के चलते श्री चौधरी के पक्ष में नजर आ रहे हैं।
सड़क पर खुले में सार्वजनिक रूप से पार्टी पदाधिकारियों के विरुद्ध भड़ास निकाल रहे कार्यकर्ताओं को कुछ समझदार लोगों ने संयत करने का प्रयास भी किया परंतु जो संदेश इस समानांतर विरोध सभा से जाना था वह तो जा ही चुका था।
पार्टी कार्यालय पर हुईै बैठक के दौरान जिलाध्यक्ष समर्थकों ने भी विरोधियों पर नाम लिये बिना ही जम कर निशाना साधा। मोहम्मद आकिल खां ने कहा कि जो लोग पार्टी के नाम पर वसूली उद्योग चलाना चाहते हैं, हम उनकी मंशा को पूरा नहीं होने देंगे। जिला महा सचिव समीर यादव ने कहा कि हम तो पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के निर्दशानुसार नियमित बैठक कर रहे हैं। हमें नहीं मालूम कि कौन लोग कहां क्या कर रहे हैं। परंतु जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर ने केवल ‘नो कमेंट’ से ही काम चलाया।