आगामी लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से पिछड़ने के बाद अब कांग्रेस भी इस दिशा में कदम उठाने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस की योजना है कि वह अगले साल जून तक सभी 543 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर लेगी। इससे साफ संकेत मिल रहा है कि आम चुनाव वक्त से पहले हो सकता है।
हालांकि, कई भाजपा नेताओं ने जल्द लोकसभा चुनाव की भविष्यवाणी की है और उत्तर प्रदेश से इसकी तैयारियां भी की शुरू हो गई है। पार्टी की राज्य इकाई का एक तीन सदस्यीय पैनल साल के अंत तक 80 सीटों पर सक्षम उम्मीदवारों की सूची तैयार कर हाईकमान को भेजेगा। सपा और बसपा ने क्रमश: 63 और 76 प्रत्याशियों की सूची पहले ही जारी कर दी है।
समय से पहले चुनाव की संभावनाओं को खारिज करते हुए कांग्रेस महासचिव व चुनाव समन्वय समिति के सदस्य दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन एंटनी कमेटी की सिफारिशों के आधार पर किया जाएगा। कांग्रेस ने देशभर में 55 पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। हरेक सदस्य को 10 सक्षम उम्मीदवारों के चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो तीन सदस्यीय पैनल की अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके साथ ही प्रदेश कार्यसमिति अलग से अपनी रिपोर्ट देगी। दोनों रिपोर्टो के अध्ययन के बाद उम्मीदवार के नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
दिग्विजय ने कहा कि पूरी चयन प्रक्रिया को जून तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा लेकिन इसके आधार पर अनुमान न लगाया जाए कि चुनाव समय से पहले होंगे।