गरीबी से दुखी दलित ने जान दी
फर्रुखाबाद: गरीब बृद्ध दलित हरीराम ने जहर खाकर जान दे दी.
कोतवाली मोहम्दाबाद के ग्राम गौसपुर निवासी ६० बर्षीय हरीराम कठेरिया ने सुवह जहर पी लिया. उनकी बेटी श्रीमती मनीषा व श्रीमती विकलेश ने दोपहर को लोहिया अस्पताल पहुंचाया. डा० ने बृद्ध को उल्टी करवायी परन्तु १५ मिनट बाद उसने दम तोड़ दिया.
मनीषा ने बताया कि पिता सुवह डीजल खरीद कर लाये. उसी दौरान कीटनाशक जहर भी लाये. जिसको घर पर आ कर पी लिया. ४ बर्ष पूर्व एकलौते भाई राजकुमार की टीवी बीमारी से मौत हो गयी थी. भाई के ३ बेटे व २ बेटी है. भाई के मर जाने के बाद से पिता दुखी रहते थे.घर में और कोई कमाने वाला नहीं है. माँ रामश्री विकलांग है.
गर्मी ने बिकलांग की जान ली
फर्रुखाबाद: मुख्या चिकित्साधिकारी कार्यलय में विकलांग प्रमाण पत्र बनवाने गए गरीब ग्रामीण की गर्मी के कारण मौत हो गयी.
बीते दिन सीएमओ कार्यालय परिसर में ६५ वर्षीय वृद्ध राजवीर सिंह ने कर्मचारी सफ़दर हुसैन से बेहोश व्यक्ति को लोहिया अस्पताल भिजबाया. रात में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी. आज दोपहर बाद जब ग्रामीण को शव गृह से निकाला गया तो उसकी नाक से खून बहते देखा गया. बताया गया कि अज्ञात होने के कारण वृद्ध बेड पर बेहोश पडा रहा.
किसी ने उसके बेहतर इलाज तथा देखभाल नहीं की. जिसके कारण ही वह चल बसा. वृद्ध लालरंग का अंडरबियर, हल्की आसमानी रंग की बाजारू हाफ शर्ट व् सफ़ेद पेंट पहने था.
इलाज के अभाव में बालिका मरी
फर्रुखाबाद: इलाज के अभाव में सामुदायिक स्वास्थय केंद्र कमालगंज में ५ बर्ष की बीमार नसरीन की मौत हो गयी. गुस्साए लोग शव को थाना कमालगंज ले गये.
मोहल्ला नई बस्ती निवासी गरीब हनीफ ने बताया कि बेटी नसरीन को खसरा हो गया था. उसे दिखने के लिये५:४५ बजे अस्पताल ले गये. वहां डाक्टर व् कम्पाउंडर मौजूद नहीं थे. इलाज के अभाव में बच्ची मर गयी. उसके बाद प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ श्री प्रकाश पहुंचे. उन्होंने जेऍनआई को बताया कि वह फार्मासिष्ट पीसी राजपूत के साथ कल्लू नगला में बीमार लक्ष्मण की पुत्री नीलम को देखने गये थे.
उन्होंने बताया कि तेज बुखार के कारण बच्ची की मौत हुयी है. एसओ एमपी सिंह ने बताया कि एसडीएम, एसपी व् सीएमओ से बातचीत करने के बाद तय किया गया कि बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. सीएमओ जांच कर डाक्टर के विरुद्ध कार्यवाही करेंगे.
इस घटना में डाक्टर को दोषी ठहराने के बजे सीएमओ डॉ पीसी पोरवाल ने बताया कि मरने वाली बच्ची ३ दिनों से खसरे के बुखार से पीड़ित थी. तब उसे ८ से २ बजे के बीच अस्पताल क्यों नहीं ले जाया गया. कमी के कारण वहां एक ही डाक्टर है. जो मरीज को ही देखने उसके घर गया था.
दलित के हत्यारे भूसे के ढेर में छिपे
फर्रुखाबाद: पट्टा भूमि हथियाने की रंजिस में दलित की गोली मार कर ह्त्या कर दी गयी. गुस्साए दलितों ने हमलावरों के मकान में आग लगाने की कोशिश की तो वे भूसा के ढेर में छिप गए.
यह सनसनी खेज घटना थाना कम्पिल के गाँव साहपुर की है. विजयी धोवी का ३५ वर्षीय पुत्री जगराम ने रात ७ बजे गाँव के संजू के घर जाकर उससे कहा कि अब मेरी पट्टा भूमि को हाँथ न लगाना. इसी बात को लेकर उसकी संजू से मारपीट हो गयी.
संजू का भाई बबलू घर से अधिया बन्दूक लाया और जगराम के गोली मार दी. उसकी तुरंत ही मौत हो गयी. गुस्साए परिवार वालों ने हमलावरों का मकान घेर लिया और आग लगाकर फूंकने की कोशिश करने लगे. पुलिस ने उत्तेजित लोगों को शांत किया.
तलाशी लेने पर राजवीर सिंह के बेटे संजू व् बब्लू भूसे ढेर में छिपे मिले जिन्होंने ह्त्या में प्रयोग की गयी अधिया बन्दूक पुलिस को सौंप दी.