2014 तक प्रदेश के मतदाताओं को मिल सकते हैं रंगीन वोटर-आईडी कार्ड। नए स्मार्ट कार्ड पर स्पष्ट रंग रंगीन तस्वीरों से मिलेगी फर्जी वोटर पकड़ने में मदद मिलेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिये काले सफेद के स्थान पर रंगीन वोटर आईडी कार्डों के वितरण की योजना है। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग को इस आशय का प्रस्ताव भेजा गया है। वहां से हरी झंडी का इंतजार है। यदि सब कुछ योजना के रूप में चला तो, 2014 के लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद और लखनऊ के मतदाताओं को रंगीन मतदाता आईडी कार्ड उपलब्ध कराये जा सकते हैं। मतदाताओं की स्पष्ट रंगीन तस्वीरों के साथ नए स्मार्ट कार्ड के जरिये फर्जी वोटरों को रोकने में सहायता मिलेगी।
प्रस्ताव है कि यह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में और गाजियाबाद में एक पायलट परियोजना के रूप में लिया जाय। सिन्हा ने बताया मौजूदा कार्डों में खराब गुणवत्ता व तस्वीरें ‘असली’ मतदाता की पहचान में समस्या आती है, इसके स्थान पर आधुनिक आईडी मानकीकृत, चिकना और फैशनेबल है।
प्रथम चरण में इसमें किसी प्रकार का चिप नहीं डाला जायेगा। परंतु भविष्य में इसमें बायोमेट्रिक डाटा डालने का विचार है। श्री सिंहा ने बताया कि जनसुविधा केंद्रों से इस प्रकार के कार्ड तत्काल बनाये जाने की सुविधा देने पर भी विचार किया जा रहा है। यह कार्य चरणबद्ध ढंग से किया जा सकता है। प्रथम चरण में तहसील मुख्यालयों से यह सुविधा ब्लाक व कस्बा स्तर तक लेजायी जायेगी। श्री सिंहा ने उम्मीद जतायी कि शीघ्र ही कोई भी व्यकति पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैनकार्ड या किसी अन्य पहचान पत्र के साथ जनसुविधा केंद्र पर जाकर तत्काल अपना स्मार्ट वोटर आईडी कार्ड लेकर लौटेगा।