यूं तो 26/11 पहले से ही संविधान दिवस के रूप में महत्वपूर्ण रहा है। इसके बाद विगत चार वर्षों से यह तारीख मुंमबई में आतंकी हमलों के कारण चर्चा में है। आज इस तारीख के साथ एक और महत्वपूर्ण तथ्य जुड़ गया। सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (एएपी) सोमवार को हजारों समर्थकों के बीच औपचारिक रूप से लांच हो गई। केजरीवाल ने कहा, “यह पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारे संघर्ष का परिणाम है।” पार्टी के नाम की घोषणा शनिवार को ही कर दी गई थी।
केजरीवाल के सहयोगी मनीष सिसौदिया ने जंतर मंतर पर पार्टी के नाम की घोषणा करते हुए कहा था, “यह हमारी पार्टी है।” सिसौदिया ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के अन्य 23 सदस्यों के नाम की भी घोषणा की। इसमें सिसौदिया भी शामिल हैं। उनके साथ-साथ प्रशांत भूषण, दिनेश वाघेला, संजय सिंह, गोपा राय तथा कुमार विश्वास भी इसके सदस्य हैं। वाघेला ने कहा, “केजरीवाल पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक हैं। पंकज गुप्ता राष्ट्रीय सचिव और कृष्णकांत एएपी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष होंगे।” इससे पहले केजरीवाल तथा उनके सहयोगियों ने राजघाट पर जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बी. आर. अम्बेडकर को भी श्रद्धांजलि । केजरीवाल ने अपनी पार्टी की घोषणा करने के लिए 26 नवंबर की तिथि इसलिए चुनी, क्योंकि वर्ष 1949 में इसी दिन देश का संविधान लागू हुआ था।