बीजेपी से राज्ससभा सासंद राम जेठमलानी को उनके विवादास्पद बयानों के कारण पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। बीजेपी प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी सांसद व वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के विवादास्पद बयान कांग्रेस को समर्थन देने वाला है। शहनवाज ने बताया कि उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है रविवार को ही जेठमलानी ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा था कि कोई भी बीजेपी नेता उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है। यही नही, जेठमलानी ने पार्टी मतों से इतर जाकर मनमोहन सरकार द्वारा नियुक्ति सीबीआई के नवनियुक्त निदेशक रंजीत सिन्हा की नियुक्ति को सही ठहराया था।
रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष नितिन गड़करी ने जेठमलानी के लगातार विवादास्पद बयान को अनुशासनहीता करार देते हुए उन्हें निलंबित किया है। हुसैन ने कहा कि जेठमलानी का मामला आगे संसदीय बोर्ड को रेफर किया गया है। सोमवार की शाम 4.30 बजे बोर्ड की बैठक होगी और आगे की प्रक्रिया की जाएगी। बीजेपी से इस रुख से साफ है कि पार्टी राम जेठमलानी को और बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है और कल शाम को उन्हें पूरी तरह से पार्टी से बाहर किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है वरिष्ठ वकील जेठमलानी लगातार पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे, जिससे बीजेपी को शर्मशार होना पड़ रहा था। राम जेठमलानी ने पहले पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे करप्शन के आरोपों के चलते उनसे इस्तीफा मांगा तो बाद में सीबीआई चीफ की नियुक्ति को लेकर सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के पीएम को लिखे पत्र को गलत ठहराया।
14 सितम्बर 1923 को, सिंध, ब्रिटिश भारत में शिकारपुर (अब पाकिस्तान में) में जन्में राम जेठमलान पेशे से वकील और राजनीतिज्ञ है। वह केंद्रीय कानून मंत्री और बार एसोसिएशनों के अध्यक्ष के रूप में विभिन्न पदों में सेवा की है। वह उच्च प्रोफ़ाइल मामलों के एक विवादास्पद वकील हैं जिसके लिए वह अक्सर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। गौरतलब है कि राम जेठमलानी ने भगवान राम को बुरा पति करार दिया था। जबलपुर के एक धार्मिक गुरु ने ऐलान किया था कि जो भी बीजेपी सांसद राम जेठमलानी के चेहरे पर थूकेगा, उसे वह इनाम में 5 लाख रुपये देंगे।