फर्रुखाबाद: सपा नेता कृष्ण कुमार वर्मा ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में बैठक कर खुद को दुग्ध उत्पादन प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष बताकर कमेटी घोषित कर दी। जबकि सपा के जिला महासचिव समीर यादव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन प्रकोष्ठ भंग है। पुन: मनोनयन हुआ ही नहीं है। इससे कमेटी की घोषणा अवैध है। महासचिव के बयान के बाद पार्टी में अंदरूनी कलह सामने आ गई है।
कृष्ण कुमार वर्मा ने दोपहर को आवास विकास कालोनी स्थित पार्टी कार्यालय में बैठक कर दुग्ध उत्पादन प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष की हैसियत से अपनी कमेटी घोषित की थी। सपा के जिला महासचिव समीर यादव ने बताया कि दुग्ध उत्पादन प्रकोष्ठ भंग चल रहा है। इससे कृष्ण कुमार वर्मा कमेटी घोषित नहीं कर सकते। उन्होंने कृष्ण कुमार वर्मा को यह बता दिया है। जिला महासचिव के इस बयान पर कृष्ण कुमार वर्मा ने कहा कि उनकी नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष कांशीनाथ यादव ने 15 जून 2011 को जिलाध्यक्ष पद पर की थी। कमेटियां भंग होने के बाद उन्हें पुन: मनोनयन पत्र मिल गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी का अंदरूनी मामला है। समीर यादव से उनकी बात हुई है। दरअसल वे कुछ अपने लोगों को भी उनकी कमेटी में रखवाना चाहते थे। उनकी कमेटी सही है।