फर्रुखाबाद: हथियार वैध हो अवैध, खुद का हो दूसरे का लेता है जान ही| जान लेने से पहले हथियार नहीं सोचता कि जान किस की लेनी है| हथियार तो सिर्फ खून करता है| कभी कभी दूसरे की जान लेने के लिए रखा हथियार खुद मालिक की ही जान ले लेता है|
ऐसा हादसा अनूप के साथ हुआ| दिवाली के दूसरे दिन जुएँ का मजा ले रहे सट्टे की दूकान पर गोट में घुसा तमंचा अचानक चल गया और अनूप की टांग में गोली लग गयी| आनन् फानन में गोली निकलने के लिए मशहूर डाक्टर हरिदत्त के यहाँ उसे भारती कराया गया जहाँ उसका इलाज चल रहा है| फ़िलहाल छत्ता दलपत राय निवासी अनूप पुत्र रामप्रकाश की हालत खतरे से बाहर है|