प्रदेश में चार करोड़ राशन कार्ड ‘एक्सपायर’ हो रहे हैं। 31 दिसंबर को इनका एक्सटेंशन पीरियड खत्म होने जा रहा है। वर्ष 2005 में जारी किए गए ये कार्ड दिसंबर 2010 तक ही वैध थे, लेकिन छह-छह माह की अवधि बढ़ाकर दो साल खींच दिए गए। अब इन कार्ड में एक महीने के राशन की एंट्री को भी जगह नहीं बची है।
सार्वजनिक वितरण प्रणाली में एपीएल, बीपीएल और अंत्योदय कार्ड हैं। अगर इन तीनों कैटेगिरी के कार्ड को जोड़ा जाए तो कुल संख्या 4,41,16,447 है। इनमें बीपीएल कार्ड हैं 65,88,413 और अंत्योदय हैं 40,96,359। जबकि एपीएल कार्ड सबसे ज्यादा 3,34,31,675 हैं। राशन प्रणाली की नियमावली के मुताबिक इन सभी राशन कार्डों की समयावधि 31 दिसंबर 2010 को पूरी हो गई थी, पर एक्सटेंशन पीरियड पर यह 2012 आ गया है। उपायुक्त खाद्य दिनेश कुमार मिश्रा के मुताबिक अब इन राशन कार्डों पर बिलकुल जगह नहीं बची है।
डीलर इन कार्डों पर राशन की एंट्री नहीं कर पाएंगे। हालांकि बीच में मुख्यालय से कहा गया था कि एक पन्ना कार्ड में जोड़ दिया जाए, इसपर कुछ जगहों पर तो पन्ना जोड़ा भी गया लेकिन अगले महीने ही इन कार्डों की अवधि पूरी होने के नाते ज्यादातर आनाकानी कर गए ।