फर्रुखाबाद: मुख्यालय स्थित विकास भवन में जिला पंचायत अध्यक्ष तहसीन सिद्दीकी की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक हुई। बैठक में पहुंचे सदस्यों की शिकायत पर बिजली विभाग, लघु सिंचाई विभाग व वन विभाग के अधिकारियों की जिलाध्यक्ष ने जमकर लताड़ लगायी।
बैठक में सदस्यों ने लघु सिचाई अधिकारी की शिकायत करते हुए कहा कि मंत्री के क्षेत्र मोहम्मदाबाद में 18 बोरिंग के सापेक्ष 23 बोरिंग करवा दी गयीं जबकि नबावगंज क्षेत्र में 15 बोरिंग के सापेक्ष अभी तक कोई बोरिंग नहीं करवायी गयी वहीं कमालगंज में भी 15 बोरिंग के सापेक्ष कोई बोरिंग नहीं करवायी गयी। जनपद में सिंचाई व्यवस्था बदहाल चल रही है। किसान परेशान हैं। वहीं बिजली के बारे में सदस्यों ने कहा कि जनपद में जर्जर तारों के कारण आये दिन किसानों की मौत हो जाती है लेकिन प्रशासन द्वारा उनके लिए कोई कारगर उपाय नहीं किया जाता। बीते दिन भरखा ग्राम में हुईं तीन मौतों को भी बैठक में उठाया गया।
जिला वन अधिकारी की सदस्यों ने शिकायत की कि अमृतपुर क्षेत्र में लगाये गये पेड़ों का अभी तक सत्यापन नहीं कराया गया है, जिस पर सीडीओ ने तत्काल सत्यापन कराकर रिपोर्ट देने के आदेश दिये। वहीं उनसे कहा कि अचरा कायमगंज मार्ग पर खड़े बबूलों को कटवाया जाये। वहां पर वनों के कारण आये दिन दुर्घटनायें हो रहीं हैं।
आलू विकास अधिकारी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने 5 हजार कुन्तल आलू का प्रस्ताव भेजा था लेकिन उन्हें 1100 कुन्तल आलू बीज उपलब्ध कराया गया। जिसमें 970 कुन्तल आलू बीज किसानों को वितरित किया जा चुका है।
सदस्यों ने शिकायत की कि मेरापुर, अमृतपुर व राजेपुर ग्रामीण बैंकों में किसानों के केसीसी बिना रिश्वत के नहीं बनाये जा रहे है। जिस पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि ऐसे अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही की जाये व किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराये जायें।
सीडीओ ने ग्राम पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिये कि ऐसे ग्राम जो 500 से अधिक आबादी वाले हैं और उनके लिए पक्के मार्ग नहीं है तो उनकी सूचना तत्काल दें। जिससे इन गांवों को भी मुख्य मार्गों से जोड़ा जा सके।
इस दौरान सीडीओ ईश्वरीय प्रसाद पाण्डेय व अन्य अधिकारी के अलावा जिला पंचायत सदस्य ज्ञानेन्द्र सिंह चौहान, ग्रीश यादव, तहसीन सिद्दीकी, जौली राजपूत, ए के राठौर, राहुल कुशवाह, के के चतुर्वेदी, महेशचन्द्र, रामविलास, पवन गौतम, दृगपाल यादव, वीना गंगवार आदि मौजूद रहे।