कायमगंज में डेगू की दस्तक, डाक्‍टर-अस्‍पताल लाचार

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कायमगंज: मौसम परिवर्तन और दिल्ली में फैले डेगू का भय मामूली सर्दी, जुकाम, बुखार मरीजों के चेहरों पर साफ नजर आता है। वैसे क्षेत्र में डेगू की दस्तक तो सुनायी दे रही है।

मोहल्ला गढ़ी निवासी साकिर के पुत्र को बुखार आया था और जब डाक्टर को दिखाया तो दवाओं से उसका बुखार नहीं उतरा। खून की जांच करने पर प्लेटों में भारी कमी पायी गयी और डाक्टर ने बच्चे को डेगू बताकर आगे इलाज के लिए रिफर कर दिया। यह तो एक उदाहरण मात्र है। क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप अपने चरम पर है तथा सडकों पर सुअरों का खुला विचरण जिससे मस्तिष्क का वायरल ज्वर होने की प्रवल संभावना रहती है। ऐसे में सुअरों और मच्छरों से आतंकित क्षेत्र वासियों का जीवन तो जैसे तैसे रामभरोसे कट रहा है। लेकिन जिन पर लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जिम्मेदारी है। उनके कानों पर जूं तक नहीं रेंगता और न ही मच्छरों की भनभनाहट का शोर उनकी कुम्भकरणीय नींद तोड पा रहा है। क्षेत्र में अभी तक मच्छरों की रोकथाम के लिए न तो घरों में डीडीटी का छिडकाव किया गया है, और न ही फागिंग करायी गयी है। मच्छरों की निर्वाध पैदावार क्षेत्र में दिनों दिन रोगियों की संख्या बढा रही है। अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो मलेरिया, महामारी का रूप धारण कर सकता है और क्षेत्र के हालात बेकाबू हो सकते हैं।