सम्पत्ति हड़पने को लेकर बहन का सिर मुड़वाकर बनाया पागल

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फर्रुखाबाद: जिस देश में रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार के साथ-साथ भाई बहन के रिश्ते को पवित्र माना जाता है और जहां बहनें अपने भाई के जीवन की मंगल कामना करतीं हैं और उसके हाथ में रक्षा सूत्र बांधकर उससे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। लेकिन कभी कभी कुछ ऐसे कलयुगी भाइयों की कहानी भी सामने आती है जो चंद पैसों की खातिर अपनी बहन के साथ यातनायें करने से नहीं चूकते। ऐसी ही एक घटना में एक भाई ने अपनी बहन की सम्पत्ति हड़पने के लिए पहले उसका सिर मुड़वा दिया और उसके बाद समाज के सामने उसे पागल घोषित कर दिया।

घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला खतराना निवासी स्व0 महेश प्रकाश मिश्रा की 28 वर्षीय पुत्री कुमारी स्वाती के साथ हुई। जहां उसके ही इकलौते भाई गगन ने सम्पत्ति हड़पने के चक्कर में उसके सिर के बाल मुड़वाकर पागल घोषित कर दिया। स्वाती ने बताया कि उसके पिता महेशचन्द्र व मां का देहांत बहुत समय पहले ही हो गया था। इकलौता भाई दादी शांती देवी के साथ रहता है। गगन अपने मां बाप की लाखों रुपये कीमत की जायदाद एवं नगदी को हड़पने की फिराक में है और यहां तक कि एफ डी को तुड़वाकर उसकी सारी रकम वह पहले ही खर्च कर चुका है।

स्वाती ने बताया कि इसके अलावा घर पर प्रति दिन भाई गगन उसके साथ मारपीट करता रहता है। खाना बनाते समय अगर जरा सा भी सब्जी या रोटी जल जाती है या बेस्वाद बन जाये तो वह चप्पलों से बुरी तरह पिटायी करता है। स्वाती का आरोप है कि उसका भाई उसे शारीरिक व मानसिक यातनायें भी देता है। स्वाती का गगन ने सिर मुड़वाकर उसे पागल करार दे दिया। थक हारकर स्वाती ने अपने पड़ोसी चाचा संजीव मिश्रा उर्फ दीपू कात्यानी की पत्नी सिम्मी के साथ महिला थानाध्यक्ष सुभद्रा वर्मा से लिखित रूप से शिकायत की। सुभद्रा वर्मा ने युवती के भाई गगन को मौके पर बुलवाया और उसे हिदायत दी कि एक नवम्बर तक वह अपनी सम्पत्ति का पूरा व्यौरा महिला थाने में पेश करे। जिससे दोनो का बटवारा कराया जा सके। उन्होंने हिदायत दी कि स्वाती का विवाह नहीं हुआ है। इसलिए वह पिता की आधी सम्पत्ति की हकदार है।

महिला थानाध्यक्ष सुभद्रावर्मा ने बताया कि अभी भाई बहन के विवाद का निबटारा नहीं हो सका है। अगली तारीख का समय दे दिया गया है। वह अपने कागजात पेश करेगा। इसके बाद कुछ निर्णय किया जायेगा।

दूध में कई बार जहर मिलाकर किया मारने का प्रयास

जेएनआई से स्पेशल वार्ता में भावुक हुई ज्योती ने बताया कि वह यह सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि उसका सगा भाई जिसके हाथों में वह बचपन से लेकर आज तक रक्षा का सूत्र बांधती चली आ रही थी वही उसके साथ एसा व्यवहार करेगा। ज्योती ने आंखो को भरते हुए बताया कि गगन कई बार उसे दूध में जहर डालकर पिलाने की कोशिश कर चुका है। दूध में जहर की पुड़िया डालते उसने अपने ही भाई को जब देखा तो इसका विरोध किया। लेकिन उल्टा गगन ने अपनी बहन ज्योती पर जमकर कहर बरपाया व पिटायी की।

एम ए प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण है ज्योती

सैकड़ो दर्द मंद मिलते हैं, बड़ी मुस्किल से सच्चे दोस्त चंद मिलते हैं।

लेकिन जब आता है वक्त कम्बक्त तो सभी के दरबाजे बंद मिलते हैं।।

ऐसा ही हुआ ज्योती के साथ, एक समय पढ़ लिख कर बड़ा अधिकारी बनने की तमन्ना रखने वाली ज्योती के तमाम रिश्तेदार थे। लेकिन मां बाप की मौत के बाद सभी रिश्तेदारों व सम्पर्कियों ने उससे नाता तोड़ लिया। दूसरी तरफ समाज भी धृतराष्ट्र के जैसे आंखों पर पट्टी बांधकर ज्योती के साथ हो रहे अत्याचार को मूक बना देख रहा है। भाई गगन ने जहां एक तरफ ज्योती के साथ मारपीट करने के अलावा महज भाई से शैम्पू के दो रुपये क्या मांगे उसने तो ज्योती के बाल ही काट दिये। जहां गगन ने उसे पागल घोषित किया। वहीं ज्योती ने रोते हुए बताया कि उसने सन 2007 में सामाजशास्त्र से प्रथम श्रेणी में परास्नातक की डिग्री हासिल की। बीए तक की पढाई उसने बद्री विशाल महाविद्यालय से की। उसके बाद ज्योती ने प्राइवेट फार्म डालकर पढ़ाई की।