फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला सैनिक कालोनी, नगला दीना निवासी धीरज उर्फ अंशू पुत्र ग्रीशचन्द्र की नवविवाहिता पत्नी की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गयी। पता चला है कि दहेज उत्पीड़न को लेकर बीते कई दिनों से विवाद चल रहा था। जिसका कर्नलगंज चौकी में दो बार फैसला भी करवाया जा चुका है। लेकिन चौकीइंचार्ज फैसला ही करवाते रहे और ससुरालीजन प्रीती की हत्या कर घर से फरार हो गये।
जानकारी के अनुसार प्रीती पुत्री रमेशचन्द्र अग्निहोत्री निवासी बली पट्टी, अमृतपुर का ७ मार्च २०११ को फतेहगढ़ के नगला दीना निवासी ग्रीशचन्द्र मिश्रा के पुत्र धीरज कुमार उर्फ अंशू से विवाह हुआ था। अंशू के चार माह का पुत्र भी है। गुरुवार को अचानक प्रीती के भाई बलीपट्टी निवासी बंटू को सूचना दी गयी कि उनकी बहन की मौत हो गयी। जिस पर बंटू अपने अन्य परिजनों के साथ नगला दीना स्थित अंशू के मकान पर पहुंचा तो वहां पर अन्य परिजन सभी गायब थे। प्रीती का शव बैड पर पड़ा मिला। बैड के ऊपर पंखे पर एक दुपट्टा बंधा था। जिसके बाद मायके पक्ष के लोगों ने अंशू व उसके परिजनों पर प्रीती की हत्या करने का आरोप लगाना शुरू कर दिया।
प्रीती के भाई बंटू ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी । सूचना पर पहुंचे कोतवाली प्रभारी ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। प्रीती के भाई बंटू ने आरोप लगाया कि उसकी बहन को अंशू व उसके परिजनों द्वारा पहले भी प्रताड़ित किया जाता रहा है। उसकी बहन की हत्या कर अंशू व उसके परिजन फरार हो गये हैं।
प्रीती के भाई बंटू ने बताया कि उसके बहन के साथ ससुराली शादी के बाद से ही उत्पीड़न कर रहे थे व अतिरिक्त दहेज की मांग कर आये दिन प्रताड़ित करते थे। जिसको लेकर अभी एक सप्ताह पूर्व ही कर्नलगंज चौकी में शिकायत की थी। लेकिन कर्नलगंज चौकी इंचार्ज ने अपनी जिम्मेदारी लेकर फैसला करवा दिया था। बंटू ने आरोप लगाया कि उसकी बहन की हत्या कर दी गयी। दहेज के लिए हत्या किये जाने की तहरीर बंटू ने कोतवाली पुलिस को दी है।