भाजपा मण्डल चुनावों से मेजर, सुशील, प्रांशू, सत्यपाल व मानसिंह की छुट्टी

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फर्रुखाबाद: भारतीय जनता पार्टी के हो रहे मण्डल व बार्डों के चुनाव में चुनाव अधिकारियों पर आरोप प्रत्यारोप लगने के बाद बीते दिनों चुनाव स्थगित कर दिये गये थे। जिसके बाद नगर चुनाव अधिकारी शिवओंकारनाथ पचौरी ने दूसरे जनपदों में चुनाव अधिकारी होने के कारण मेजर, सुशील, प्रांशू, सत्यपाल व मानसिंह की जनपद के मण्डल चुनावों से छुट्टी कर दी। विदित हो कि इस सम्बंध जेएनआई द्वारा 22 अक्टूबर को ही समाचार  मेजर, सुशील व प्रांशु के चुनाव अधिकारी पद पर गिर सकती है गाज  प्रकाशित किया गया था।

गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक सुशील शाक्य के आवास पर की गयी। जिसमें चुनाव अधिकारी शिव ओंकारनाथ पचौरी ने चुनावी योजना को अंतिम रूप दिया। अन्य जनपदों में चुनाव अधिकारी होने के कारण मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी, सुशील शाक्य, प्रांशुदत्त द्विवेदी, सत्यपाल सिंह व मान सिंह पाल को जनपद के चुनाव अधिकारियों के पद से हटा दिया गया गया है। नये चुनाव अधिकारियों में फर्रुखाबाद नगर के शिव ओंकार नाथ पचौरी व सहायक चुनाव अधिकारी रामचन्द्र कुशवाह, कायमगंज नगर की डा0 मुकेश राठौर, सिरोली व नबावगंज मण्डलों के राम भरोसे चक, ज्यौंता की परशुराम वर्मा, अमृतपुर की रमेशचन्द्र त्रिपाठी, कंपिल नगर की अरविंद तिवारी को व कमालगंज नगर मण्डल की दिलीप भारद्धाज को चुनावी बागडोर सौंपी गयी है।

इससे पहले कायमगंज नगर के सत्यपाल सिंह, सिरोली व नबावगंज के सुशील शाक्य, ज्योंता के मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी, अमृतपुर के प्रांशुदत्त द्विवेदी, कंपिल नगर के मानसिंह पाल, कमालगंज नगर का प्रदीप सक्सेना को मण्डल चुनाव अधिकारी बनाया गया था।

कोर कमेटी की बैठक में तय किया गया कि 29, 30, 31 अक्टूबर में सभी मण्डलों के चुनाव सम्पन्न करा लिये जायें। वहीं फर्रुखाबाद नगर के बार्डों के स्थगित चुनाव 28 अक्टूबर से पुनः प्रारंभ होंगे किन्तु इससे पूर्व मण्डल चुनाव अधिकारी को जिला सदस्यता प्रमुख प्रदीप सक्सेना से नवीन सदस्यता की प्रमाणित प्रति लेनी होगी। सम्बंधित बार्ड के प्रमुख कार्यकर्ताओं को चुनाव की जानकारी देना आवश्यक कर दिया गया है।

कोर कमेटी की बैठक में जिला चुनाव अधिकारी शिवओंकारनाथ पचौरी, सुशील शाक्य, मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी, डा0 भूदेव सिंह राजपूत, मानसिंह पाल मौजूद रहे। वहीं डा0 रजनी सरीन के अमेरिका में होने के कारण वह बैठक में भाग नहीं ले सकीं।