फर्रुखाबाद : बीते 15 अक्टूबर को कंपिल थाना क्षेत्र के ग्राम कमलाईपुर में हुई रीनत की हत्या का जांच के बाद पुलिस ने बुधवार को सनसनीखेज खुलासा कर दिया। जैथरा निवासी साले से रीनत के अवैध सम्बंधों का खुलासा होने के बाद ही भाई इसरार ने रीनत की हत्या की थी। रीनत भाई के साले खलील से शादी करना चाहती थी। जिसको लेकर वह परिवार से वगावत करने पर उतारू थी। इज्जत की खातिर ही इसरार ने अपनी बहन का कत्ल कर दिया। पुलिस गिरफ्त में इसरार का कहना है कि उसे बहन की मौत का कोई गम नहीं है।घटना के बाद से कंपिल चेयरमैन उदयपाल ने राहत की सांस ली है। विदित है कि चेयरमैन को घटना में नामजद किया गया था।
कंपिल थानाक्षेत्र के गांव कमलाईपुर निवासी हाफीज की 19 वर्षीय बेटी रीनत का शव 15 अक्टूबर को घर से करीब आधा किमी दूर खेत में पड़ा मिला था। उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। इसमें भाई इसरार ने कंपिल नगर पंचायत अध्यक्ष उदयपाल यादव सहित 4 के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मंसूरी समाज ने भी इसरार के पक्ष में बैठकें कर कार्रवाई को दबाव बनाया। परिजनों व मंसूरी समाज की मांग पर विवेचना मेरापुर थानाध्यक्ष एके सिंह को दे दी गयी। पुलिस शुरू से परिजनों की गतिविधियों पर नजरें गढ़ाए थी। पुलिस उपाधीक्षक वाईपी सिंह के नेतृत्व में एक टीम सर्विलांस की मदद से मामले के खुलासे में जुटी थी। एटा में रीनत के रिश्तेदारों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके भाई को हिरासत में ले लिया था। उससे हुई पूछताछ में मामले का खुलासा हुआ।
कायमगंज कोतवाली में पुलिस उपाधीक्षक ने पत्रकार वार्ता में बताया कि रीनत के भाई इसरार के एटा, जैथरा निवासी साले खलील से प्रेम संबंध हो गए थे। वह उसके साथ शादी करना चाहती थी। इसके लिए वह परिजनों से बगावत पर उतारू थी। इज्जत की खातिर इसरार ने उसकी कंपिल चेयरमैन के खेत में गला घोंटकर हत्या कर दी। उसकी चेयरमैन उदयपाल से रंजिश चल रही है। वार्ता के दौरान विवेचक मेरापुर थानाध्यक्ष एके सिंह, कंपिल थानाध्यक्ष एसके सागर रहे।
इसरार के मोबाइल लोकेशन ने खोली आनर किलिंग की परतें
रीनत हत्याकाण्ड में पुलिस को आनर किलिंग का पहले ही शक हो गया था। जिससे घटना के दिन से ही पुलिस ने रीनत के भाई इसरार के मोबाइल लोकेशन व डिटेल खंगालनी शुरू कर दी थी। रीनत हत्या कांड में पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में हत्या का जो समय दर्शाया गया, उस दौरान इसरार की मोबाइल लोकेशन घटनास्थल के आस-पास थी। इस तथ्य से इसरार सच कबूलने पर मजबूर हुआ। पहले इसरार ने यही कबूल किया था कि उसकी बहन ने आत्महत्या की है। विरोधियों को फंसाने के लिए उसने शव खेत में फेंक कर हत्या का नाटक रचा। पुलिस इस बात को सही मान रही थी। लेकिन घटनास्थल पर मिला खून व पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गर्दन के निशान से साबित हो रहा है कि प्रकरण आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का ही है। पुलिस गिरफ्त में रीनत के भाई इसरार ने कहा कि उसने इज्जत की खातिर की गयी बहन की हत्या की। इसका उसे कोई गम नहीं है।