लंकेश के धराशायी होते ही राम के जयकारों से गूंजा युद्ध स्थल

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फर्रुखाबाद: असत्य पर सत्य की विजय हुई और जनकनंदिनी सीता भगवान राम के चरणों में पुनः पहुंचीं। क्रिश्चियन कालेज ग्राउंड में हुए राम और रावण के घमासान में दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया। अंत में राम ने रावण की नाभि में तीर मारकर दशानन को धराशायी कर दिया। दशानन के धराशायी होते ही श्रीराम के जयकारों से युद्ध स्थल गूंज उठा।

सुबह से इंतजार में आये दर्शकों ने राम रावण युद्ध का जमकर लुत्फ लिया। जहां एक तरफ रावण युद्ध के दौरान श्री राम को कई बार ललकार ललकार कर चुनौती देता नजर आया। वहीं मासूम से दिखने वाले भगवान श्री राम उसे मर्यादा में रहकर मारने का प्रयास करते रहे। असत्य पर सत्य की विजय हुई और आखिर लम्बे इंतजार के बाद रावण को मोक्ष की प्राप्ति हो गयी। रावण का वध होते ही पूरा ग्राउंड सिया पति रामचन्द्र के जयकारों से गूंज उठा और फिर शुरू हुआ आतिशबाजी का दौर। तरह तरह की मनमोहक आतिशबाजियां कलाकारों द्वारा छुटाई गयीं। जिनको देखकर दर्शक आनंदित हुए और उसके बाद मेघनाथ व कुम्भकरण के पुतलों में आग लगा दी गयी। मेघनाथ और कुम्भकरण के पुतला दहन के बाद दशानन रावण के पुतले में आग लगा दी गयी। जिसका दर्शकों को बेसब्री से इंतजार था। पटाखों की भीषण तड़तड़ाहट से दशानन का पुतला दहक उठा और देखते ही देखते सोने की लंका में रहने वाला रावण धूल में मिल गया।

रावण के वध के बाद भीड़ बेकाबू हो गयी। मजबूरन पुलिस को कई बार लाठियां भी चटकानी पड़ीं। घंटों पुलिस ने पसीना बहाया। लेकिन भीड़ नियंत्रित नहीं हुई। काफी मसक्कत के बाद भीड़ को तितर बितर किया जा सका। पुतला दहन कार्यक्रम में होमगार्ड और पीआरडी मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव भी पहुंचे। पिछले पुतला दहन में कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने शिरकत की थी। इस बार ऐसा नहीं हो सका। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह, सीओ सिटी विनोद कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार, शहर कोतवाल विजय बहादुर सिह, थानाध्यक्ष कमालगंज राघवन सिंह के अलावा अन्य पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था में मौजूद रहे।