फर्रुखाबाद: ग्राम जखा स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में रह रहे 37 किशोर बंदियों पर मात्र दो होमगार्ड नियंत्रण तो दूर ठीक से निगरानी तक नहीं कर पा रहे हैं। दीपावली नजदीक आने के साथ ही इन किशोर बंदियों में घर की याद से कसमसाहट तेज हो गयी है। इटावा व मैनपुरी के अधिकांश दबंग किशोरों की ज्यादतियों के चलते सोमवार को अन्य बंदी बच्चों ने भूख हड़ताल कर दी। संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक कमलेश कुमार ने अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था के लिये पुलिस अधीक्षक से गुहार की है।
अधीक्षक ने पुलिस अधीक्षक से की सुरक्षा कर्मियों की मांग
विदित है कि ग्राम याकूतगंज के मजरा जखा में काफी निर्जन से स्थान पर बने बाल संप्रेक्षण गृह में इस समय 37 किशोर बंदी हैं। हत्या, लूट आदि जैसे अपराधों के आरोपी इन किशोरों पर नियंत्रण के लिये मात्र दो होमगार्ड तैनात हैं। यह होमगार्ड इन किशोर बंदियों पर नियंत्रण तो दूर ठीक से निगरानी भी नहीं कर पाते हैं। इसी के चलते अंदर किशोर बंदियों में दबंगई व वर्चस्व को लेकर आये दिन झगड़े होते रहते हैं। कई बार तो यह बंदी किशोर हिंसक भी हो जाते हैं, या सुरक्षा कर्मियों की नजर बचाकर भागने में भी कामयाब हो जाते हैं। इसके बावजूद यहां पर सुरक्षा के नाम पर मात्र दो होमगार्ड ही लगाये गये हैं। यहां पर मौजूद किशोर बंदियों में अधिकांश इटावा या मैनपुरी साइड के हैं। त्योहारों का सीजन है। जाहिर है कि बच्चों में घर की याद कुलबुलाने लगी है। यही कुलबुलाहट उनको और अधिक हिंसक या असहिष्णु बना देती है, जिससे वह मारपीट पर उतर आते हैं।
सोमवार को कुछ दबंग बंदियों की मारपीट से तंग अन्य किशोरों ने भूख हड़ताल कर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंचे अधीक्षक कमलेश कुमार ने बच्चों को समझा बुझा कर शांत किया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा की द़ष्टि से और अधिक सुरक्षा कर्मियों की मांग को लेकर उन्होंने सोमवार को ही अपर पुलिस अधीक्षक से भी भेंट की है।