फर्रुखाबाद: गंगा रक्षा के लिए मंगलवार शाम घटियाघाट तट पर जनसभा को उमा भारती ने सम्बोधित किया। इससे पहले उन्होंने पत्रकार वार्ता में कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट घोटाला के बारे में पूछे जाने पर साध्वी उमा भारती ने चुप्पी साध ली और कहा कि अभी यात्रा के दौरान वह कोई बात नहीं करना चाहतीं। यह यात्रा अराजनैतिक है।
उमा भारती के फर्रुखाबाद आगमन की सूचना के बाद मीडियाकर्मियों में काफी उत्साह का माहौल बन गया था। हर मीडियाकर्मी अपने अपने सवालों के जबाव पाने के लिए उमा भारती की प्रेस वार्ता का इंतजार कर रहा था। लम्बे इंतजार के बाद आखिर उमा भारती निरीक्षण भवन निरीक्षण भवन जेएनवी रोड पहुंची। जिसके बाद पहले तो उमा ने मीडिया से बात करने में असहमति जतायी। ज्यादा दबाव बनाने पर आखिर उमा भारती मीडिया के सामने आने के लिए तैयार हुईं। प्रेस वार्ता के दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे सलमान खुर्शीद व उनकी पत्नी लुईस खुर्शीद के द्वारा चलाये जा रहे जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट में हुए विकलांगों के लाखों रुपये के घोटाले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने सीधे सीधे बोलने से ही इंकार कर दिया और कहा कि वह गंगा यात्रा पर आयीं हैं। राजनीतिक सवालों का जबाव नहीं देंगी। इस पर उन पर दोबारा सवाल किया गया कि गंगा के प्रदूषण के अलावा देश में जो भ्रष्टाचार फैल रहा है वह भी तो साफ करना होगा। उन्होनंे कहा कि इसके बारे में वह अपनी यात्रा पूरी होने के बाद बोलेंगीं।
विदित हो कि शायद कहीं न कहीं साध्वी उमा भारती की मजबूरी सामने आ रही थी कि पहले से ही उनकी पार्टी में कई दागी नेता सदस्यता लिए हुए हैं। जिसमें बाबू सिंह कुशवाह, बादशाह सिंह, दद्दन मिश्रा, अबधेश कुमार वर्मा को पार्टी में सदस्यता दे दी गयी है और दद्दन मिश्रा और अबधेश को तो भाजपा ने टिकट भी दे डाला। वहीं बाबू सिंह कुशवाह पर 24 ऐसी फर्जी कंपनियों की शिकायतें हैं जिनके जरिये एनआरएचएम के करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया है। जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की भी हत्यायें हुईं।