फर्रुखाबाद: जनपद में कन्या विद्या धन व बेरोजगारी भत्ता सीएम द्वारा बांटे जाने के लिए प्रशासनिक स्तर से तैयारियां जोर शोर से की जा रहीं हैं। प्रशासन कहीं पर भी अपनी कमी नहीं छोड़ना चाहता। इसी को लेकर सोमवार को देर रात एडीएम ने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर कन्या विद्या धन व बेरोजगारी भत्ते के लाभार्थियों की समीक्षा की।
सूत्रों के मुताबिक इस दौरान एडीएम कमलेश कुमार ने मीटिंग के दौरान यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम पड़ोसी जनपद कन्नौज व फर्रुखाबाद में से एक जगह पर होगा। यदि फर्रुखाबाद में मुख्यमंत्री का प्रोग्राम लगता है तो इसके लिए पूरे इंतजामात कर लिये जाना अति आवश्यक है। यदि पड़ोसी जनपद कन्नौज में मुख्यमंत्री का प्रोग्राम लगता है तो इसके लिए जनपद की कन्याओं को कन्नौज ले जाना पड़ेगा। इसकी भी पूरी व्यवस्था करा ली जानी चाहिए। वहीं यदि फर्रुखाबाद में प्रोग्राम लगता है तो इसके लिए कन्नौज से आने वाली कन्याओं व उनके अभिभावकों के लिए खाने व वाहन पार्किंग की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए। किसी भी अभ्यर्थी को कोई भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए। जिससे मुख्यमंत्री के आने के बाद कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए। वहीं डीआईओएस को निर्देशित किया गया है कि वह हर संभव रात दिन मेहनत कर लाभार्थियों की चेकें बना लें।
वहीं यह भी माना जा रहा है कि यदि फर्रुखाबाद व कन्नौज में से एक ही जनपद में प्रोग्राम होना है तो मुख्यमंत्री कन्नौज को प्राथमिकता दे सकते हैं। इस स्थिति में जनपद के अधिकारियों को कन्या व बेरोजगारों को कन्नौज ही ले जाना पड़ेगा।
प्रशासन ने की जनपद में आठ हजार लोगों के खाने की व्यवस्था
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा कन्या धन योजना की चेक वितरण के दौरान आने वाली कन्या व बेरोजगारों के लिए खाने की भी व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की गयी है। जिसके लिए प्रशासन की तरफ से अभी से ही 6500 से 8 हजार लोगों के खाने की व्यवस्था की जा रही है। सभी लाभार्थियों व आगंतुकों के लिए नास्ते में ब्रेड पकौड़ा व लंच में सब्जी, पूड़ी अचार व एक मिठाई का पीस भी शामिल है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में प्रशासन खाने के मीनू से लेकर सारी व्यवस्थायें अभी से ही पूर्ण करने में जुटा हुआ है। खाने की सारी व्यवस्था डीएसओ को सौंपी गयी है। जिससे वह पूरी व्यवस्था करने में एडी चोटी का जोर लगाये हुए हैं।
स्टाफ कम होने से रात दिन जूझ रहे सेवायोजन कार्यालय में अधिकारी
मुख्यमंत्री द्वारा बेरोजगारी भत्ता की चेकें बांटने का प्रोग्राम किसी भी दिन लगने की सूचना से सेवायोजन कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं जिलाधिकारी की तरफ से सेवायोजन अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि तीन दिन के अंदर लाभार्थियों का सत्यापन कराना अति आवश्यक है। जिससे समय पर चेकें बनायी जा सकें। लेकिन स्टाफ की कमी से जूझ रहे सेवा योजन कार्यालय में कर्मचारी रात दिन काम करने में जुटे हुए हैं। वहीं सेवा योजन अधिकारी का कहना है कि कन्नौज व फर्रुखाबाद का काम एक ही जगह होने के कारण भी काम में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
1000 बेरोजगारों के सत्यापन को एसडीएम को सौंपी लिस्ट
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जनपद के बेरोजगार लाभार्थियों में से 10 प्रतिशत लाभार्थियों को पुन: सत्यापन किया जाना था। जिसके लिए जिलाधिकारी ने तीन दिन पूर्व ही सत्यापन कराने के निर्देश दिये थे। जिसमें मात्र तीन दिन का समय दिया गया था। लेकिन सेवायोजन अधिकारी ने जिलाधिकारी के आदेश को धता बता सोमवार को 1000 बेरोजगार लाभार्थियों की लिस्ट उप जिलाधिकारी को सौंपी है।
ट्रेजरी ने मांगे ४०_ ४० लाभार्थियों के अलग अलग बिल
कन्या विद्या धन योजना व बेरोजगारी भत्ते की चेकों के लिए भी जिम्मेदार अधिकारियों का सिर दर्द बन गया है। ट्रेजरी से चेकें जारी करने के लिए ट्रेजरी से ४० _ ४० लाभार्थियों के अलग अलग बिल मांगे गये हैं। जिससे जिम्मेदार अधिकारी अब ४० _४० लाभार्थियों के बिल अलग अलग बनवाने के लिए कर्मचारियों को लगाये हुए हैं। जिससे कर्मचारियों के भी पसीने छूट रहे हैं। ४० _ ४० लाभार्थियों के अनुसार जनपद में लगभग साढ़े तीन सौ बिल ट्रेजरी में पास होने हैं। जिसके बाद चेकें बनायी जानी है।