देश में प्रतिभा की कमी नहीं, जरूरत सही मार्ग निर्देशन व प्रोत्‍साहन की है: डीएम

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कायमगंज (फर्रुखाबाद) : जिलाधिकारी मुथू कुमार स्वामी बी ने सीपी विद्या निकेतन इण्टर कालेज में ५७ वीं जनपद स्तरीय एथलेटिक्स खेल प्रतियोगिताओ का मशाल जलाकर शुभारम्भ किया। जिलाधिकारी व विद्यालय के संस्थापक चन्द्र प्रकाश अग्रवाल उर्फ पिक्को बाबू तथा निदेशक डा0 मिथलेश अग्रवाल ने संयुक्त रूप से खेल मैदान में खेल ध्वज फहराया। एनसीसी कैडेट्स ने फ्लैग मार्च कर डीएम को सलामी दी।

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि खेलकूद प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के लिए मत्वपूर्ण है। खेलकूद में भारत विश्व पटल पर पीछे है। हमारे देश में प्रतिभा की कमी नहीं है। जरूरत इस बात की है कि खिलाड़ियों की उचित कोचिंग के साथ हर प्रकार का प्रोत्साहन एवं मार्ग दर्शन उन्हें दिया जाये। जिससे वे अपनी प्रतिभा को निखार कर देश का नाम रोशन कर सकें।

विद्यालय के संस्थापक उद्योगपति चन्द्र प्रकाश अग्रवाल उर्फ पिक्को बाबू व विद्यालय के निदेशक डा0 मिथलेश अग्रवाल तथा जिलाधिकारी मुथू कुमार स्वामी बी, जिला विद्यालय निरीक्षक नन्दलाल तथा उपजिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल ने संयुक्त रूप से खेल ध्वज फहराया। इस अवसर पर एनसीसी कैडेट्स व स्काउट कलर पार्टी उनकी अगबानी की और फ्लैग मार्च करते उन्हें सलामी दी। जिलाधिकारी ने खिलाडियों के उज्जवल भविष्य का आशीर्वाद उन्हें प्रदान किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रतियोगिता पत्रिका का बिमोचन भी किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष डीआईओएस ने अतिथि के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम में छोटे बच्चों ने पीटी का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्तर्गत सीपी विद्यानिकेतन के छात्रों ने मां तुझे सलाम, शकुन्तला देवी की छात्राओं की वन्दे मातरम, तथा बोडिंग हाउस के छात्रों ने कब्बाली का कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन आरके वाजपेयी ने किया।

विद्यालय के प्रधानाचार्य योगेश तिवारी व प्रधानाचार्य पीरथ ने बताया कि आज से जिला स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिताओं का शुभारम्भ हो चुका है और यह प्रतियोगिताएं क्रमशः 17 अक्टूबर तक चलेंगी। इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण अग्रवाल,, विद्यालय के व्यायाम शिक्षक अजयवीर सिंह, सर्वेश श्रीवास्तव, सऊद हसन खान, उपप्रधापाचार्य डा0 एनडी सिंह, डा0 मनोज तिवारी, संतोष कालरा, मनोज श्रीवास्तव, डा0 अशोक तिवारी, अनिल सिंह तोमर, वीरसिंह शाक्य आदि शिक्षक मुख्य रूप से उपस्थित रहे।